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12 जनवरी ( राष्ट्रीय युवा दिवस )
12 जनवरी यानी स्वामी विवेकानंद की जयंती के दिन राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। युवा पीढ़ी किसी भी देश का भविष्य होती है। युवाओं पर ही देश का भविष्य निर्भर करता है। देश की युवा पीढ़ी को सही मार्गदर्शन मिल सके इसलिए हर साल 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। विवेकानंद कहते थे कि विचार व्यक्तित्व के जनक होते हैं, जैसा आप सोचते हैं, वैसे ही बन जाते हैं। उन्होंने अल्पायु में धर्म, दर्शन, जीवन, विश्व बंधुत्व जैसे विषयों पर महारत हासिल करने के साथ जो संदेश दिए वो आज भी मानवता के कल्याण की राह दिखाते हैं। विवेकानंद ने आधुनिक भारत के निर्माताओं पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाला। इन नेताओं में महात्मा गाँधी, जवाहरलाल नेहरू और सुभाष चंद्र बोस शामिल थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर ‘राष्ट्रीय युवा संसद समारोह’ को संबोधित किया। पीएम ने कहा कि समय गुजरता गया, देश आज़ाद हो गया, लेकिन हम आज भी देखते हैं, स्वामी जी का प्रभाव अब भी उतना ही है। अध्यात्म को लेकर उन्होंने जो कहा, राष्ट्रवाद-राष्ट्रनिर्माण को लेकर उन्होंने जो कहा, जनसेवा-जगसेवा को लेकर उनके विचार आज भी हमारे मन-मंदिर में उतनी ही तीव्रता से प्रवाहित होते हैं।
युवा दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को ये बताना है कि जिस तरह से स्वामी विवेकानंद ने अपने जीवन में सफलता हासिल की, ठीक उसी तरह उनके विचारों को अपनाकर युवा पीढ़ी भी सफलता हासिल करे। राष्ट्रीय युवा दिवस को देशभर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भाषण, पाठ, युवा सम्मेलन, प्रस्तुतियाँ, युवाओं के उत्सव, प्रतियोगिताएँ, संगोष्ठियाँ, खेल आयोजन, योग सत्र, संगीत प्रदर्शन आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
स्वामी विवेकानंद के विचार, दर्शन और अध्यापन भारत की महान सांस्कृतिक और पारंपरिक संपत्ति हैं। युवा देश के महत्वपूर्ण अंग हैं जो देश को आगे बढ़ाता है इसी वजह से स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों के द्वारा सबसे पहले युवाओं को चुना जाता है। इसलिए भारत के सम्माननीय युवाओं को प्रेरित करने और बढ़ावा देने के लिए हर वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने की शुरुआत हुई।