Developed by CLOUDi7
मुंबई में 2 संतों को भीड़ ने पीट पीट कर मार डाला
Shubham Dwivedi

Photo Source Lallantop
मुंबई: जहां एक तरफ लॉकडाउन के चलते पूरा देश बंद है, लोगों को घरों से बाहर निकलने पर पूरी तरह से रोक लगी हुई है वहीं गुरुवार 16 अप्रैल को महाराष्ट्र में मॉब लिंचिंग की एक घटना सामने आई है जिसमें भीड़ ने 2 संतों समेत 3 लोगों को पीट पीट करत मार डाला। मामला मुंबई के पास पालघर का है जहां जूना अखाड़े के दो संत ड्राइवर समेत मुंबई के कांदिवली इलाके से मारुति इको से गुजरात के सूरत में अपने साथी संत के अंतिम संस्कार के लिए जा रहे थे।दोनो साधुओं को ही उनका अंतिम संस्कार करना था। इस बीच पालघर जिले के कई गांवों में अफवाह फैल गई कि लॉकडाउन का फायदा उठाकर अपराधी तत्व बैखौफ होकर चोरी डकैती को अंजाम दे रहे हैं।
साधुयों के वायरल वीडियो को BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी ट्विट किया है. लिखा,
महाराष्ट्र के पालघर में 2 संत और उनके ड्राइवर को बड़े ही बेरहमी से लिंचिंग कर मौत के घाट उतार दिया गया।ये घटना वीरवार की है।आज तक सारे liberals पूरी तरह से ख़ामोश है।
कोई लोकतंत्र या संबिधान की दुहाई नहीं दे रहा।
देंगे भी क्यों ..ये तो संतो की मृत्यु हुई है
कौन पूछता है संतो को?? pic.twitter.com/iAyE0Fberz— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 19, 2020
ट्रम्प ने लगाया चीन पर कोरोना फैलाने का आरोप ?
इस अफवाह के चलते ग्रामीण झुंड बनाकर रात को सड़क पर पहरा दे रहे थे और हर आने जाने वाले पर शक करते हुए पथराव कर रहे थे। इस बीच इन साधुओं की गाड़ी महाराष्ट्र और केंद्र शासित दादरा नागर हवेली की सीमा के पास आदिवासी बहुल गडचिंचले गांव पहुंच गई। गांव वालों ने बिना कुछ सोचे समझे इनकी गाड़ी पर हमला कर दिया और इनकी गाड़ी पलट दी।
जब आ गए योगी – नीतीश आमने सामने ! ..
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और तीनों को बचाने की कोशिश करने लगी, मगर बेकाबू भीड़ ने पुलिस वालो पर भी हमला कर दिया, गांव वालों की भारी भीड़ के सामने पुलिसकर्मियों की संख्या काफी कम थी, इसलिए तीनों घायलों को छोड़कर पुलिसकर्मी भाग खड़े हुए। जिसके बाद पूरी भीड़ ने मिलकर दोनों संतों समेत तीनों को पीट-पीट कर मार डाला।
वह पत्रकार जो बबिता फोगाट , खिलाड़ियों और देश के सेनानियों का बना रहा मज़ाक !
मरने वालों में 70 साल के कल्पवृक्षगिरी महाराज, 35 साल के सुशीलगिरी महाराज और 30 साल के निलेश तेलगडें हैं।मामला पालघर जिले के कासा पुलिस थाने में दर्ज कर लिया गया है। जिसमें 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक सीनियर पुलिस अधिकारी का कहना है कि फिलहाल मामले की सभी एंगल से जांच की जा रही है। इस बात की भी जांच की जा रही है कि क्या मामला इलाके में सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलाने का तो नहीं है। आखिर इतने सारे ग्रामीण एक साथ कैसे जमा हो गए? ग्रामीणों से भी इसको लेकर पूछताछ की जा रही है।
संत समाज ने कठोर कार्यवाही की मांग की
घटना की जानकारी होते ही संत समाज ने आक्रोश व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि कैसे महाराष्ट्र पुलिस के सामने दो महात्माओं और उनके ड्राइवर की इस तरह से हत्या कर दी जाती है और पुलिस मूक दर्शक बनी रहती है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने केंद्र और महाराष्ट्र सरकार से दोनों संतों की हत्या की जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।