नए शासनादेश के खिलाफ राज कॉलेज में प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश सरकार व सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ दिनेश शर्मा द्वारा विगत तीन वर्ष से प्रदेश के अनुदानित महाविद्यालयों के स्ववित्तपोषित शिक्षकों को विनियमितिकरण व यूजीसी वेतनमान का तथाकथित झांसा देते हुए दिनांक 13.03.2020 को स्ववित्तपोषित शिक्षकों के शोषण व उत्पीड़न का पाखंडपूर्ण सेवनियमावली के रूप में शासनादेश जारी कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी तथाकथित शासनादेश न केवल शिक्षक हित के विरुद्ध है बल्कि शिक्षकों को गुलाम बनाने व उच्च शिक्षा को बाजार के हवाले किये जाने की भाजपा सरकार की मंशा का प्रतीक है। जिसका अनुदानित महाविद्यालय, विश्वविद्यालय, स्ववित्तपोषित अनुमोदित शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष डॉ विजय प्रताप तिवारी की उपस्थिति में आज महाविद्यालय परिसर में जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
दिनांक 13.03.2020 को निर्गत शासनादेश की प्रतियां जलाईं गई व उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ दिनेश शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी। प्रदेश अध्यक्ष डॉ विजय प्रताप तिवारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार व सरकार के शिक्षक विरोधी उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ दिनेश शर्मा ने न केवल अनुदानित महाविद्यालयों के स्ववित्तपोषित शिक्षकों के साथ विश्वासघात किया है बल्कि मा. हाईकोर्ट में योजित अवमानना वाद संख्या 2604/2018 के अनुपालन के बजाय मा. हाईकोर्ट को भी दिनांक 13.03.2020 के शासनादेश के द्वारा गुमराह करने की पुरजोर कोशिश की है।
प्रदेश अध्यक्ष डॉ तिवारी ने प्रदेश के सभी अनुदानित महाविद्यालयों के स्ववित्तपोषित शिक्षकों से अपील किया है कि प्रत्येक महाविद्यालय ईकाईयां दिनांक 13.03.2020 को निर्गत शासनादेश के साथ साथ महाविद्यालय परिसर शिक्षक विरोधी उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ दिनेश शर्मा का पुतला मीडिया कवरेज के साथ अनिवार्य रूप से जलाये।