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मोदी सरकार का बड़ा कदम : देश में लागू हुई नई शिक्षा नीति , एचआरडी बना शिक्षा मंत्रालय
दिव्यांशु सिंह | 29-07-2020

शिक्षा – दीक्षा
देश में चल रहे लॉक डाउन के बीच मोदी सरकार ने नई शिक्षा नीति को मंजूरी दे दी है । बुधवार को कैबिनेट की बैठक में इसपर फैसला लिया गया है । केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में नई शिक्षा नीति के लागू होने की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि 34 साल बाद भारत की नई शिक्षा नीति आई है । स्कूल-कॉलेज की व्यवस्था में बड़े बदलाव किए गए हैं ।
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प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में नई शिक्षा नीति को मंजूरी दी गई है । 34 साल से शिक्षा नीति में परिवर्तन नहीं हुआ था । केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ने शिक्षा नीति को लेकर 2 समितियां बनाई थीं । एक टीएसआर सुब्रमण्यम समिति और दूसरी डॉ के. कस्तूरीरंगन समिति बनाई गई थी ।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के लिए बड़े स्तर पर सलाह ली गई ।
इटली की अभिनेत्री एवं ओपेरा गायिका जियोकोंडा वेसचिल्ली जौनपुर जिले के पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संगीत में शोध करेंगी।
2.5 लाख ग्राम पंचायतों, 6600 ब्लॉक्स, 676 जिलों से सलाह ली गई । सरकार की ओर से बताया गया है कि नई शिक्षा नीति के तहत कोई छात्र एक कोर्स के बीच में अगर कोई दूसरा कोर्स करना चाहे तो पहले कोर्स से सीमित समय के लिए ब्रेक लेकर कर सकता है ।
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उच्च शिक्षा में हम 2035 तक ग्रॉस एनरोलमेंट रेशियो में 50 फीसदी तक पहुंचेंगे । इसके लिए मल्टीपल एंट्री और एग्जिट सिस्टम लाई जा रही है ।
क्या है नई शिक्षा नीति में खास !
१ . फिजिक्स के साथ फैशन डिजाइनिंग, केमिस्ट्री के साथ पढ़ सकेंगे म्यूजिक !
सरकार ने बताया कि मौजूदा शिक्षा नीति के तहत फिजिक्स ऑनर्स के साथ केमिस्ट्री, मैथ्स लिया जा सकता है । इसके साथ फैशन डिजाइनिंग नहीं ली जा सकती थी । लेकिन नई नीति में मेजर और माइनर की व्यवस्था होगी । जो मेजर प्रोग्राम हैं उसके अलावा माइनर प्रोग्राम भी लिए जा सकते हैं । इसके दो फायदे होंगे । आर्थिक या अन्य कारण से जो लोग ड्रॉप आउट हो जाते हैं वो वापस सिस्टम में आ सकते हैं । इसके अलावा जो अलग-अलग विषयों में रूचि रखते हैं, जैसे जो म्यूजिक में रूचि रखते हैं, लेकिन उसके लिए कोई व्यवस्था नहीं रहती है । नई शिक्षा नीति में मेजर और माइनर के माध्यम से ये व्यवस्था रहेगी ।
२ . HRD मंत्रालय को अब शिक्षा मंत्रालय के नाम से जाना जाएगा
मानव संसाधन मंत्रालय को फिर से शिक्षा मंत्रालय के नाम से जाना जाएगा । पहले इस मंत्रालय का नाम शिक्षा मंत्रालय ही था. साल 1985 में इसे बदलकर मानव संसाधन मंत्रालय नाम दिया गया था ।
३ . स्कूली शिक्षा में 10+2फॉर्मेट खत्म
नई शिक्षा नीति के तहत स्कूली शिक्षा में 10+2 फॉर्मेट को खत्म कर दिया गया है । इसे 10+2 से 5+3+3+4 फॉर्मेट में ढाला गया है । इसका मतलब है कि अब स्कूल के पहले पांच साल में प्री-प्राइमरी स्कूल के तीन साल और कक्षा 1 और कक्षा 2 सहित फाउंडेशन स्टेज शामिल होंगे । फिर अगले तीन साल को कक्षा 3 से 5 की तैयारी के चरण में विभाजित किया जाएगा । इसके बाद में तीन साल मध्य चरण (कक्षा 6 से 8) और माध्यमिक अवस्था के चार वर्ष (कक्षा 9 से 12) होंगे ।