Developed by CLOUDi7
जीवन के हर मोड़ पे मिलता है गुरु का साथ
जीवन के हर मोड़ पे मिलता है गुरु का साथ # teacher day article in hindi
वीर बहादुर सिंह | 05-09-2020
हमारी जिंदगी में कुछ लोगो का बहुत महत्व होता है । उनमें से गुरु सर्वप्रथम पर आते हैं , तथा गुरु का अर्थ होता है ज्ञान देने वाला । तो गुरु का आशय यहाँ पर सिर्फ स्कूल या कॉलेज में पढ़ाने वाले गुरु से नहीं है । हमारे जीवन में हर वह शख्स हमारा गुरु है। जो हमारी भलाई को देखते हुए हमें कुछ अच्छा सिखाता है वह गुरु ही कहलाता है । जीवन में हमें हर मोड़ पर गुरु मिलते रहते हैं । # teacher day article in hindi
परिवार वाले तथा माता पिता होते हैं पहले गुरु

हमारी जिंदगी की सबसे पहले गुरु हमारे माता पिता और परिवार वाले होते हैं क्योंकि हमारे जन्म के उपरांत हम उन्हीं के साथ रहकर कई चीजों को सीखतें हैं। हमारे जीवन के लिए क्या अच्छा है क्या बुरा वह सवर्प्रथम हमारे परिवार वाले ही बताते हैं । इसलिए मैं सबसे पहले अपने परिवार वालों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हुँ। # teacher day article in hindi
दूसरे गुरु होते है हमारें स्कूल के शिक्षक

जब हम कुछ पढ़ने और समझने योग्य हो जाते हैं तो हमारे परिवार वाले हमारे माता पिता हमें किसी ऐसे गुरु के संरक्षण में भेजते हैं जहां पर हम कुछ अच्छी शिक्षा और ज्ञान प्राप्त कर सकें । जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं वैसे वैसे हमकों नए नए गुरु मिलते रहते हैं । जो हमारी भविष्य के लिए हर वह चीज कर गुजरते हैं जिससे हमारी भलाई हो । अगर जीवन में एक सच्चे और अच्छे गुरु मिल जाए । # टीचर डे आर्टिकल
तो छात्र को सफलता पाने से कोई नहीं रोके सकता है । बस छात्र पूरी तरह से गुरु के लिए समर्पित रहे । यहां पर समर्पित रहने का आशय है छात्र भी उनकी इज्जत करें और उनकी बातों को मानें । ऐसे ही हम जब तक पढ़ते रहते हैं तब तक हमें गुरु मिलते रहते हैं । ऐसे सभी गुरुजनों के चरणों में मेरा प्रणाम ऐसे आप सभी मुझपर आशीर्वाद और प्यार बनाएं रखें ।
खेल के छेत्र में भी मिलता है गुरु

अगर हम खेल में रुचि रखते हैं तो वहां भी हमें गुरु मिलते हैं । जो हमें एक अच्छा खिलाड़ी बनाने के लिए हर वह प्रयास करते हैं जो वह कर सकते हैं । खेल की छोटी-छोटी बारीकियों को हमें इतने प्यार से वो भी बार-बार समझाते हैं । जब तक हम समझ नहीं जाते हैं । ऐसे कोच गुरु जी को मेरा सादर सादर प्रणाम ।
नौकरी के दौरान भी मिलता है गुरु

अगर हम फिर पढ़ लिखकर कोई भी नौकरी करनें चले जाते हैं । तो वहाँ भी हमें गुरु जरूर मिल जाते हैं , जो हमें उस चीज को सिखाते है जो हम सीखने गए होते है । यह लोग भी गुरु कहलाते हैं । ऐसे महानुभावों को भी मेरा सादर सादर – सादर प्रणाम ।
रास्ते और सफर में मिल जाते हैं गुरु
जब हम सफर में कहीं जा रहे होते हैं । तो कभी-कभी हमारी बगल में ऐसे बड़े बुजुर्ग बैठे जाते हैं । जो हमें हमारी जीवन से संबंधित कुछ ऐसी बातें बता देते हैं । जो हमारी जिंदगी में बहुत उपयोगी होती है । ऐसे लोग कम ही समय के लिए मिलते हैं लेकिन उन्हें भी गुरु का दर्जा देना गलत न होगा । ऐसे राह में मिलने गुरूओं को भी मेरा सादर सादर प्रणाम ।
आपको अगर मेरे द्वारा लिखा गया यह आर्टिकल पसंद आये तो शेयर और अपने गुरु के बारें में एक लाइन कमेंट जरूर लिखें ।
नालंदा विश्वविद्यालय को नष्ट करने वाले आक्रांता बख़्तियार खिलजी के नाम पर बसा शहर ;बख्तियारपुर
दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर “बृहदेश्वर मन्दिर”
मिलिए कलयुग के महामानव से
पौराणिक स्थान है मनोरमा, पुराणों में है ज़िक्र