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भिवंडी की पत्रकारिता को मठाधीशी संक्रमण का खतरा
ATI NEWS DESK. 10/09/2020

भिवंडी – भिवंडी की निष्पक्ष और इमानदारी भरी पत्रकारिता पर मठाधीशी पत्रकारिता के संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है , भिवंडी की पत्रकारिता को हमेशा सम्मानित बनाए रखने के लिए अनेक पत्रकार ने अपना जीवन समर्पित कर दिया उन लोगो ने अपने परिवार की सुख सुविधा तक को नजरअंदाज कर भिवंडी की सराहनीय पत्रकारिता को सींचा और एक खूबसूरत बगीचा बनाकर पत्रकारिता की नई पीढ़ी को सौंप दिया।
पत्रकारिता की इस नई पीढ़ी पर अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए पत्तलकारिता करने वाले मठाधीश अपनी नजर गड़ाए बैठे है और इस नई पीढ़ी की छवि खराब कर आफिसर लाबी और राजनीतिक लोगो के बीच इन्हे बदनाम कर खुद को बहुत ही इमानदार बताने का अभियान चला रहे है, जबकि सच्चाई यह है कि नई पीढ़ी के अधिकांश पत्रकार आर्थिक रुप से कमजोर होने के बावजूद इमानदारी भरी पत्रकारिता कर रहे है और इनके पास रहने के लिए खुद के झोपड़े या फिर किराये के मकान है, लेकिन मठाधीशी पत्तलकारिता करने वाली लाबी ,आफिसर लाबी और राजनीतिक गलियारे से साठगांठ कर अपने लिए काफी कुछ बना चुके है।
अपनी औलादो के लिए भी अच्छा खासा इन्तजाम कर चुके है/ यह बाते मै लिखने के लिए इसलिए मजबूर हो गया की कोरोना काल के दौरान लाकडाऊन के दरम्यान जब कुछ नेता और संगठन कुछ पत्रकार को राशन कीट देकर सहयोग कर रहे थे तो यह मठाधीशी पत्तलकारिता करने वाले लोग राशन कीट लेने वाले पत्रकार पर हंस रहे थे और उनका मजाक उड़ा रहे थे, जबकि सबको पता है कि पूरे लाकडाऊन तक मठाधीशी पत्तलकारिता करने वाले के घर राशन , कपड़े, गैस सिलेंडर, तक किसी अधिकारी या किसी नेता ने पहुंचाया / नई पीढ़ी के पत्रकार को चाहिए कि इमानदारी और निष्पक्ष पत्रकारिता को जारी रखने के साथ-साथ मठाधीशी पत्तलकारिता के साजिश से बचे रहे।