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दूरदर्शन की रोचक शुरूवात
दूरदर्शन की रोचक शुरूवात
ATI NEWS DESK । 15 Sep 2020
आज ही प्रायोगिक तौर पर दूरदर्शन की शुरुआत हुई थी। फिलिप्स के दिए सेट थे, छोटा सा ट्रांसमीटर था, उधार के लिंक थे और भारी विरोध था।
भारतीय लोक सेवा प्रसारण ‘दूरदर्शन’ आज 61 साल का हो गया है। साल 1959 को 15 सितंबर के ही दिन इसे लॉन्च किया गया था। अगर दूरदर्शन के Logo को देखें तो यह एक आंख की तरह लगता है। संचार और डिजिटल क्रांति के इस युग में जीने वाली आज की युवा पीढ़ी को दूरदर्शन (Doordarshan) के आगमन के बारे में शायद ही ज्यादा पता हो, लेकिन पिछली पीढ़ी का दूरदर्शन के साथ गहरा नाता रहा है। देश में टीवी के शुरुआती दौर में जिन कार्यक्रमों ने धूम मचाई थी, आज भी उनकी यादें करोड़ों जेहन में ताजा हैं।
आज यह प्रयोग हमारे सम्प्रेषण के केंद्र में है।
15 सितंबर 1959 में सरकारी प्रसारक के तौर पर दूरदर्शन की स्थापना हुई। छोटे से पर्दे पर चलती बोलती तस्वीरें दिखाने वाला बिजली से चलने वाला यह डिब्बा लोगों के लिए कौतुहल का विषय था, जिसके घर में टेलीविजन होता था, लोग दूर दूर से उसे देखने आते थे।
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