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शहर को स्वच्छ बनाने का जिम्मा उठाया राज्य मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने, सड़कों व खाली जगहों पर कूड़ा फेंकने पर अब होगी कार्रवाई
जौनपुर। शहर में हर जगह पर कूड़ा-कचरा इस कदर फैल चुका है मानो हम इंसान नहीं कोई जानवर बन चुके हैं। जिस तरफ़ भी देखा जाए केवल गंदगी ही नज़र आती है। सड़कें, खाली प्लॉट या कोई भी और खाली जगह जैसे कूड़ा फेंकने का ही स्थान बन गया है। इसका कारण यह है कि नगर में कूड़ा निस्तारण करने की कोई भी जगह निश्चित नहीं हो पाई है।
इस गंभीर समस्या को ध्यान में रखते हुए राज्य मंत्री गिरीश यादव ने सन् 2008 में ही कूड़ा निस्तारण संयंत्र बनवाने के प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी थी मगर कुछ जमीनी विवाद के चक्कर में यह कार्य सन् 2013 से शुरू हो सका। इसके निर्माण के वक्त राज्य मंत्री बराबर दौरे पर बने रहे जिससे आगे चलकर कोई समस्या पैदा न होने पाए। इस संयंत्र को बनाए जाने में लगभग 12.20 करोड़ रुपए की लागत लगाई जा चुकी है और अब सन् 2021 में जाकर यह प्लांट पूरी तरह से उपयोग के लिए तैयार हो गया है।
रविवार की सुबह गिरीश यादव ने कुल्हनामऊ जाकर इस प्लांट की पूरी तरह से जाँच की और इसे पूर्ण रूप से सफल बताया। उन्होंने बताया कि इस प्लांट के शुरू हो जाने से शहर के लोगों को हर प्रकार के कूड़े व गंदगी से छुटकारा मिल जाएगा।
आपको बता दें कि प्रतिदिन जौनपुर जिले के कोने-कोने से तकरीबन 97 टन कूड़ा निकलता है जो खुले तौर पर सड़कों व खाली जगहों पर फेंक दिया जाता है जिससे हज़ार किस्म का संक्रमण फैलता है और लोग बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। हालांकि कहा जा रहा है कि अभी इसमें केवल शहरी कूड़े-कचरे का ही निस्तारण किया जाएगा मगर बाद में आवश्यकता पड़ने पर अन्य जगहों को भी इसमें मिलाया जा सकता है।
रविवार को प्लांट के निरीक्षण के समय डीएम दिनेश कुमार व ईओ संतोष कुमार मिश्र भी वहाँ उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि अब इस संयंत्र के बन जाने से शहर में गंदगी नहीं होगी जिससे लोगों की बहुत सी समस्याएँ भी ख़त्म हो जाएँगी। आगे उन्होंने कहा कि अब सड़कों पर कूड़ा फेंकने वाले लोगों पर सख़्त से सख़्त कार्रवाई की जाएगी और साथ में जुर्माना भी लगाया जाएगा।
बोर्ड की बैठक के बाद उन्होंने अपने इस प्रस्ताव को रखने की बात कही है। आपको बता दें कि कुल्हनामऊ में बने इस गार्बेज डिस्पोज़ल प्लांट के उद्घाटन की तैयारियाँ जोरों पर शुरू हो गई हैं। जानकारी के अनुसार इसे 24 जनवरी को पड़ रहे यूपी दिवस से पहले ही आने वाले 22 या 23 जनवरी से शुरू कर दिया जाएगा।