उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में निजी सचिव (personal secretary) की मौत (death) के बाद एक और सनसनीखेज़ घटना (sensational accident) सामने आई है। रविवार देर रात राज्य संपत्ति विभाग (state property department) में काम करने वाले ड्राइवर (driver) अशोक वर्मा वीआईपी ड्यूटी (VIP duty) के दौरान अचानक बेसुध होकर बेहोश हो गए।
आनन-फ़ानन में विभाग (department) के कर्मचारियों (workers) ने उन्हें लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल (Shyama Prasad Mukherjee Civil Hospital) में भर्ती कराया, जहाँ पर इलाज (treatment) के दौरान उनकी मौत (death) हो गई। डॉक्टरों के मुताबिक, हार्ट अटैक (heart attack) की वजह से उनकी मौत हुई है लेकिन पोस्टमॉर्टम (autopsy) के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। वहीं अधिकारियों पर अशोक को गंभीर हालत में गाड़ी में ही छोड़कर भाग जाने का आरोप (blame) लगाया गया है। हत्या (murder) का मुकदमा दर्ज (court case file) कराने की भी बात कही जा रही है।
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मृतक अशोक (dead Ashok) इन दिनों उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा (Cabinet Minister Suresh Rana) की इमरजेंसी ड्यूटी (emergency duty) में तैनात थे। मृतक की पत्नी रजनी देवी ने बताया कि उनके पति इमरजेंसी ड्यूटी में लगे थे। आरोप है कि मेडिकल (medical) लगा होने के बाद भी मोटर इंचार्ज अमरेश श्रीवास्तव (Motor in-charge Amresh Srivastava) ने सस्पेंड (suspend) करवाने की धमकी (threat) देते हुए उन्हें जबरन बुलाया और उनकी ड्यूटी कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा की सिक्योरिटी में लगवाई गई।
उन्होंने कहा कि बीते कई दिनों से वह अपनी बीमारी (Disease) के चलते छुट्टी (holiday) माँग रहे थे लेकिन उन्हें छुट्टी की अनुमति (permission) नहीं मिल रही थी। वह ड्यूटी के दौरान लखनऊ के एयरपोर्ट (Lucknow Airport) जा रहे थे, जहाँ पर उनकी अचानक तबीयत खराब हो गई और डॉक्टरों के कथनानुसार हार्ट अटैक के कारण उनकी मौत हो गई। मगर हकीकत का पता उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट (autopsy report) के आने के बाद ही लग सकेगा। पुलिस (police) सख़्ती से मामले (case) की कार्रवाई कर जाँच (investigation) में लगी हुई है।