वाराणसी। योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) ने अगले शैक्षणिक सत्र (academic session) से बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) (Banaras Hindu University, BHU) में हिंदी में इंजीनियरिंग (Engineering) पाठ्यक्रम (syllabus) पढ़ाने का फैसला (decision) किया है। बीएचयू अब हिंदी में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम प्रदान करने वाला देश का पहला संस्थान (Institute) होगा।
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यह ऐतिहासिक निर्णय (historical decision) तकनीकी अध्ययन (technical studies) को आगे बढ़ाने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के युवाओं (youth) के बीच राष्ट्रीय गौरव (National pride) को बढ़ाने के लिए भाषा की बाधा को दूर करने के लिए बनाया गया है। सरकार (Government) के प्रवक्ता (Spokesman) के अनुसार, शुरूआत में हिंदी का विकल्प (option) बी-टेक प्रथम वर्ष (B.tech first year) के छात्रों (students) तक ही सीमित (limited) रहेगा, लेकिन आने वाले वर्षों में इसे उच्च स्तर (upper level) पर भी पेश (Present) किया जाएगा।
गौरतलब है कि नई शिक्षा नीति (New Education Policy) के तहत केंद्र सरकार (central government) ने पिछले साल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (Indian Institute of Technology, IIT) (आईआईटी) में हिंदी में इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम शुरू करने की अपनी योजना (plan) की घोषणा (announcement) की थी। इसके बाद, बीएचयू (BHU) ने इस पर काम करना शुरू कर दिया, लेकिन महामारी (pandemic) के कारण योजना (policy) को ठंडे बस्ते में डालना पड़ा। हालांकि, कोविड केसों(Covid cases) में गिरावट (fall) के साथ, राज्य सरकार (State Government) अगले शैक्षणिक सत्र (academic session) से इसे लागू (apply) करने के लिए कमर कस रही है।
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