मेरठ। मेरठ (Meerut) जिले के नगर निगम (Municipal council) के क्वार्टर (quarter) में रहे और फ्री की बिजली (free electricity) जलाते रहें। ऐसा एक, दो साल नहीं बल्कि वर्षों से निगम अधिकारी (corporate officer) करते रहे। अब पीवीवीएनएल (PVVNL) ने अपर नगर आयुक्त (Additional Municipal Commissioner)/मुख्य अभियंता नगर निगम (Chief Engineer Municipal Corporation) के सरकारी आवास (government House) पर 34 लाख 73 हज़ार का बिल ठोंका है।
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डिमांड नोटिस जारी (Demand notice issued) कर भुगतान (payment) करने को कहा गया है। उस आवास में रह रहे नगर निगम के मुख्य अभियंता यशवंत कुमार बिल देखकर आश्चर्यचकित हैं। 40 साल में करीब 35-36 अफ़सर (officers) यहाँ आए और चले गये। बिजली बिल (electricity bill) का भुगतान पीवीवीएनएल (PVVNL) के रिकार्ड में नहीं हुआ है। बिल बढ़ता-बढ़ता अब यह 34 लाख 73 हज़ार हो गया है। विभाग (department) ने नगर निगम के मुख्य अभियंता को डिमांड नोटिस जारी कर भुगतान करने को कहा है।
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इस पर यशवंत कुमार, मुख्य अभियंता, नगर निगम का कहना है कि मैं तो करीब दो साल से ही यहाँ हूँ। मगर पीवीवीएनएल ने मुझे 34 लाख 73 हज़ार का बिल थमा दिया है। मैंने विभाग से अनुरोध (request) किया है कि जब से मैं आवास (house) में हूँ बस उसका ही बिल (bill) वे मुझे दें। अब इतना पुराना बिल मैं कैसे दूँगा ?? क्योंकि बिल की भुगतान राशि (payment amount) बहुत ही अधिक है।
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