उत्तर प्रदेश। यूपी (UP) के हर जिले (district) में चल रही ग्राम पंचायत सहायक भर्ती प्रक्रिया (Gram Panchayat Assistant Recruitment Process) अब अंतिम चरण (last stage) में पहुँच चुकी है। मेरिट लिस्ट (merit list) बन जाने के बाद अब आवेदन (application) के साथ लगाए गए प्रमाण पत्रों (certificates) की जाँच (investigation) चल रही है। कई जिलों में फर्जी अंकपत्र (fake marksheet) लगाने की शिकायत (complaint) के बाद अधिकारी (officers) बड़ी ही बारीकी (detail) से इसकी जाँच कर रहे हैं।
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मऊ (Mau) जिले में सहायक विकास अधिकारी (Assistant Development Officer) (पंचायत ) ने फर्जी अंकपत्र लगाने वाले 11 अभ्यर्थियों (candidates) के ख़िलाफ़ (against) संबंधित थानों (concerned police stations) में मुकदमा दर्ज (filed suit) करा दिया है। अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ (inquiry) के बाद इन्हें गिरफ़्तार (arrest) कर जेल (jail) भी भेजा सकता है और नियमानुसार कार्रवाई (action as per rules) भी होगी। धाेखाधड़ी (Fraud) करके अब किसी को भी नौकरी (job) नहीं मिलेगी। बता दें कि मऊ में आवेदन (application) में संलग्न अंकपत्रों (attached marksheets) की तहसील (tehsil) एवं जनपद स्तरीय समिति (District Level Committee) के निर्देश (Instructions) पर खंड शिक्षा अधिकारी (Block Education Officer) के अधीन तैनात अध्यापकों (teachers posted under द्वारा जाँच (Check) कराई गई।
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इस दौरान 10 ग्राम पंचायतों (Gram Panchayats) में 11 अभ्यर्थियों के आवेदन में फर्जी अंकपत्र संलग्न मिले। इसके बाद सहायक विकास अधिकारी (Assistant Development Officer) (पंचायत ) की ओर से संबंधित थानों में जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल (District Megistrate Amit Singh Bansal) के निर्देश (Instructions) पर एफ़आईआर भी दर्ज (register FIR) कराई गई।