शिक्षकों (teachers) को अब अपने बच्चों (childrens) को स्कूल (school) में नहीं लाने दिया जाएगा। बिजनौर (Bijnaur) के कीरतपुर (Kiratpur) के प्रखंड शिक्षा अधिकारी (Block Education Officer) चरण सिंह ने सरकारी स्कूलों (government schools) के सभी प्रधानाध्यापकों (Principals) और शिक्षकों (teachers) को पत्र (letter) लिखकर कहा है कि कोई भी शिक्षक अपने बच्चों को स्कूल नहीं लाएगा क्योंकि इससे शिक्षण प्रक्रिया प्रभावित (learning process affected) होती है। पत्र में यह भी चेतावनी (Warning) दी गई है कि आदेशों (orders) का उल्लंघन (Violation) करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई (case filed) की जाएगी।
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प्राथमिक शिक्षक संघ (primary teachers association) के जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह (District Vice President Rajendra Singh) ने कहा कि अन्य जिलों (districts) के कई शिक्षक बिजनौर में तैनात (Posted) हैं। वे अपने बच्चों को स्कूलों में लाते हैं क्योंकि उनके घरों पर उनकी देखभाल (taking care) करने वाला कोई नहीं है। इसके अलावा, कुछ शिक्षकों के 1 से 2 वर्ष की आयु (agr) के बच्चे हैं, जिन्हें अकेला (alone) नहीं छोड़ा जा सकता है। इस प्रकार, यह गलत प्रथा (wrong practice) नहीं है और आदेश (order) को बिना देरी (without late) के वापस (return) लिया जाना चाहिए।
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