उत्तर प्रदेश।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) पुलिस (police) पर फिर एक दाग (Stain) लगा है। इस बार यूपी (UP) के जालौन (Jalaun) में फल विक्रेता (fruit vendor) ने पुलिस पर मारपीट (beaten) का आरोप (allegation) लगाया है। पीड़ित (the victim) ने पुलिस पर गंभीर आरोप (serious allegation) लगाते हुए कहा कि पड़ोसी (neighbor) से विवाद (controversy) होने के बाद वह थाने (police station) में शिकायत (complaint) करने गया था।
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जहाँ पर दारोगा (Inspector) ने उससे अभद्रता (indecency) के साथ मारपीट (beaten) की। एक ओर थाने में आने वाले फ़रियादियों (complainants) के साथ सूबे (province) के मुख्यमंत्री (Chief Ministers) और डीजीपी (DGP) पुलिसकर्मियों (policemen) को अच्छा व्यवहार (polite behave) करने की नसीहत (suggestion) दे रहे हैं तो वहीं ऐसे आरोप (blame) कहीं न कहीं पुलिस को सवालों के घेरे में (in question) खड़ा करते नज़र आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला जालौन के माधौगढ़ कोतवाली क्षेत्र (Madhaugarh Kotwali area) के एक गाँव (village) से सामने आया है।
जहाँ करन सिंह फल का ठेला (fruit stall) लगाकर अपने परिवार (family) का भरण पोषण (Maintenance) करता है। करन ने बताया कि उसका अपने पड़ोसी वीरेंद्र से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। जिसकी शिकायत (complaint) करने वह थाने पहुँचा था। मगर उसकी बात सुनने की जगह दारोगा (police inspector) ने उससे ही अभद्र व्यवहार (Indecent behavior) किया और मारपीट (Beating) के उसे थाने (police station) से बाहर (Outside) निकाल दिया।
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