प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (All India Akhara Parishad) के अध्यक्ष (President) रहे ब्रह्मलीन महंत नरेंद्र गिरी (Brahmleen Mahant Narendra Giri) के उत्तरधिकारी (Successor) का फैसला (decision) हो गया है।
शिष्य बलवीर गिरि (Disciple Balveer Giri) को महंत नरेंद्र गिरि का उत्तराधिकारी बनाया जाएगा। अखाड़ा परिषद के पंच परमेश्वरों (Panch Gods) ने वसीयत (the legacy) के आधार (basis) पर यह फैसला लिया है। महंत बलवीर गिरि को श्री मठ बाघंबरी (Shree Math Baghambari) की गद्दी (cushion) पर बैठाया जाएगा।
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5 अक्टूबर (October) को नरेंद्र गिरी का षोडशी संस्कार (Shodashi Sanskar) होना है। इसी दिन बाघंबरी मठ की कमान (command) बलवीर गिरि को सौंपी (hand over) जाएगी। गौरतलब है कि महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) ने तीन वसीयत (the legacy) बनाई थी। पहली वसीयत में उन्होंने बलवीर गिरि को उत्तराधिकारी (Successor) बनाया था।
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इसके बाद 2011 में एक दूसरी वसीयत बनवाई, जिसमें आनंद गिरि (Anand Giri) को उत्तराधिकारी बनाया। लेकिन आनंद गिरि से विवाद (controversy) के बाद उन्होंने अपनी पहले की दोनों वसीयतों को रद्द (Cancelled) करते हुए तीसरी वसीयत बनाई जिसमें एक बार फिर उन्होंने बलवीर गिरि (Balveer Giri) को मठ (Math) का उत्तराधिकारी (successor) बनाया।
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