उत्तर प्रदेश। गोरखपुर (Gorakhpur) में हुई मनीष गुप्ता की हत्या (murder) के बाद भी यूपी पुलिस (UP police) सुधरने (improve) का नाम नहीं ले रही है। खाकी (Khaki) का अब नया कारनामा (feat) बुलंदशहर (Bulandshahar) में सामने आया है। कोतवाली सिटी (Kotwali city) में तैनात (posted) एक एडिशनल इंस्पेक्टर (Additional inspector)ने बगैर अफसरों (without officers) की अनुमति (permission) के एक ताला व्यापारी (lock dealer) की कंपनी (company) में दबिश (Dabish) दी।
यूपी के विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में अब भक्त नहीं कर सकेंगे वीडियोग्राफ़ी व फ़ोटोग्राफी
आरोप (allegation) है कि एडिशनल इंस्पेक्टर ने व्यापारी (businessman) का अपहरण (kidnap) कर लिया और उनके साथ मारपीट (fighting) की। यहाँ तक कि उनके मुँह में पिस्टल (pistol) भी डाल दी। इस मामले (matter) में इंस्पेक्टर (Inspector) को सस्पेंड (suspend) कर दिया गया है। पुलिस अधिकारी (police officer) मामले (matter) की जाँच (investigation) में जुटे (converge) हैं।
एसएसपी (SSP) के मुताबिक, 16 सितंबर (September) को राजीव कुमार नाम के शख्स ने अलीगढ़ (Aligarh) के अभिषेक तिवारी के खिलाफ बुलंदशहर सिटी कोतवाली में 6.60 लाख रुपये के चेक बाउंस (check bounce) का एक मामला दर्ज कराया था। इसी मामले में आला अधिकारियों (top officials) की अनुमति के बगैर (without permission) एडिशनल इंस्पेक्टर अजय कुमार गिरफ्तारी (arrest) के लिए अलीगढ़ गए थे।
एसएसपी (SSP) ने बताया कि चेक बाउंस (check bounced) के मामले में पुलिस (police) कोई गिरफ्तारी (arrest) नहीं कर सकती है। फिर भी एडिशनल इंस्पेक्टर (Additional inspector) गिरफ्तारी के लिए गए। इसलिए इंस्पेक्टर की भूमिका (role) संदिग्ध (Doubtful) मानी जा रही है। अलीगढ़ हरदुआगंज थाने में इंस्पेक्टर अजय कुमार समेत तीन लोगों के विरुद्ध मुकदमा हुआ दर्ज (against case filed)।
कानपुर के तंबाकू कारोबारी के यहाँ से 18 करोड़ की टैक्स चोरी का मामला आया सामने, आरोपी गिरफ़्तार