फीकी पड़ने लगी ताजमहल की चमक, धूल-मिट्टी का हो रहा जबरदस्त हमला
आगरा। संगमरमरी ताजमहल (Taj Mahal) पर हर रोज धूल कणों का जबरदस्त हमला हो रहा है। इससे उसकी खूबसूरती पर ‘दाग’ लग सकता है। शहर में सबसे अधिक धूल के कण शाहजहाँ गार्डन क्षेत्र में ही पाए गए हैं। यहाँ धूल के कणों का अधिकतम स्तर 482 माइक्रोग्राम (microgram) पर मीटर क्यूब तक पहुँच गया है। ताज की देखरेख करने वाली तमाम एजेंसियों (agencies) के लिए यह चुनौती सरीखा है।
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जानकारों की मानें तो धूल के कण ताजमहल के संगमरमरी हुस्न को दाग लगा सकते हैं। धूल कणों की लगातार मार के बाद शफ्फाक पत्थर (Shaffak stone) चमक खो सकता है। साथ ही इन कणों से चिपक जाने से उसकी सफेदी प्रभावित हो सकती है। नाजुक पत्थरों को धूल के मोटे कणों से नुकसान भी होने की आशंका है। पहले भी इस तरह की चेतावनियाँ जारी की जा चुकी हैं। गर्मियों में राजस्थान (Rajasthan) की ओर से आने वाली धूल भरी हवाएँ इसे नुकसान पहुँचाती रही हैं।