काशी के दशाश्वमेध घाट पर देव दीपावली के अवसर पर पहली बार बेटियाँ करेंगी गंगा आरती
वाराणसी। बाबा विश्वनाथ (Baba Vishwanath) की नगरी में देव दीपवाली (Dev Dipawali) का पर्व इस बार बेहद खास तरीके से मनाया जाएगा। 15 लाख दीपों से वाराणसी (Varanasi) के 84 घाट (pier) जगमग होंगे तो दूसरी तरफ लेज़र शो (lazor show) और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होगा। इन सब के बीच जो सबसे ज़्यादा खास होगा वो है दशाश्वमेध घाट (Dashaswamedh ghat) पर गंगोत्री सेवा समिति द्वारा होने वाली माँ गंगा की महाआरती।
काशी में 15 लाख दीये जलाकर भव्य रूप से मनाई जाएगी देव दीपावली

जो काशी (Kashi) के इतिहास में पहली बार बेटियाँ करेंगी। देव दीवाली पर माँ गंगा के षोडशोपचार विधि (hemisurgery method) से पूजन और अभिषेक के बाद पाँच कन्याएँ माँ गंगा (Ganga) की महाआरती करेंगी। इन बेटियों के पीछे 21 अर्चक और 42 कन्याएँ रिद्धि सिद्धि (Riddhi Siddhi) के रूप में चंवर हिलाएँगीं। इसके लिए विशेष आरती के पात्र बनवाए जा रहे हैं। इसके अलावा बेटियों को आरती की ट्रेनिंग (training) भी दी जाएगी।