कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने प्रयागराज व हरिद्वार में लगाई आस्था की डुबकी
प्रयागराज/हरिद्वार। सूर्य उपासना के महीने में कार्तिक मास (Kartik month) के अंतिम स्नान पर्व कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) पर शुक्रवार को हरिद्वार (Haridwar) के हरकी पैड़ी (hariki paidi) और संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी (triveni) और बलुआ घाट (balua ghat) में आस्था की एक डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा हुआ है।
दूर-दूर से आए हज़ारों श्रद्धालु कालिंदी (Kalindi) की धारा में डुबकी लगाने के बाद सूर्य को अर्घ्य (Arghya) दे रहे हैं और भगवान कार्तिकेय की पूजा-अर्चना कर साल भर अपने परिवार के निरोग रहने की कामना कर रहे हैं। सूरज की पहली किरण निकलने से पहले ही हज़ारों श्रद्धालु घाटों पर इकट्ठे हो गए थे। कई घाटों (ghats) पर तो तिल रखने की भी जगह नहीं बची। ग्रह नक्षत्रों (planetary constellations) के दुर्लभ संयोग की वजह से इस बार कार्तिक पूर्णिमा के स्नान का विशेष महत्व है।
