UP विधानसभा चुनाव के लिए चल रहे प्रचार अभियान में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी व राहुल गाँधी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (UP Assembly Elections 2022) के लिए प्रचार अभियान (Advertising campaign) से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी (Congress President Sonia Gandhi) और राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) ने अभी तक दूरी बना रखी है। कांग्रेस ने यूपी चुनाव (UP Election) के छठे चरण के लिए स्टार प्रचारकों (star campaigners) की लिस्ट जारी की है, जिसमें सोनिया गाँधी का नाम ही नहीं है।
वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी का नाम तो इस लिस्ट में है, लेकिन वह अब तक चुनाव प्रचार के लिए यूपी नहीं आए हैं। यहाँ गौर करने वाली बात यह भी है कि मणिपुर (Manipur) चुनावों के लिए सोमवार को जारी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में सोनिया गाँधी का नाम सबसे ऊपर है। वहीं उत्तराखंड (Uttarakhand), गोवा (Goa) और पंजाब (Punjab) के लिए कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में सोनिया गाँधी भी शामिल थीं। राहुल गाँधी की अगर बात करें तो वह उत्तराखंड और पंजाब में कांग्रेस के चुनाव प्रचार में जोरशोर से जुटे हैं।
राहुल ने मंगलवार को ही पंजाब में जनसभा को संबोधित (addressing a public meeting) किया। ऐसे में सवाल उठता है कि सोनिया और राहुल गाँधी उत्तर प्रदेश चुनाव से इतनी दूरी क्यों बनाए हुए हैं..? दरअसल जानकारों की मानें तो कांग्रेस आलाकमान उत्तर प्रदेश में यह पूरा चुनाव प्रियंका गाँधी (Priyanka Gandhi) के ही चेहरे पर लड़ना चाहता है। इससे पहले भी पंजाब में पिछली बार के विधानसभा चुनाव में राहुल गाँधी वहाँ प्रचार अभियान में न के बराबर गए। वह पूरा चुनाव कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amrinder Singh) के चेहरे पर ही लड़ा गया था।
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कांग्रेस वही रणनीति (strategy) इस बार यूपी चुनाव में भी अपनाती हुई दिख रही है, जहाँ चुनाव का पूरा दारोमदार प्रियंका गाँधी ने अपने कंधे पर उठा रखा है। कई जानकार इसे कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की कोशिश के तौर पर भी देख रहे हैं। दरअसल कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गाँधी एक तय समय के लिए यह पद संभाल रही हैं। वह खराब सेहत (ill health) का हवाला देते हुए पहले ही यह पद (post) छोड़ चुकी थीं।
वहीं राहुल गाँधी दोबारा कांग्रेस का अध्यक्ष बनने से साफ़ इंकार कर चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि यूपी चुनाव में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करती है तो प्रियंका गाँधी को नया पार्टी अध्यक्ष बनाया जा सकता है और तब उनके पास आलोचकों (critics) को दिखाने के लिए यूपी चुनाव का रिजल्ट (result of UP Election) भी होगा।