STF की जाँच से हुआ खुलासा, बलिया से लीक हुआ था अंग्रेजी का पेपर, पुलिस ने मास्टरमाइंड समेत 10 को दबोचा
बलिया। 30 मार्च को यूपी बोर्ड (UP board) 12वीं कक्षा का अंग्रेजी का पेपर लीक (paper leak) हो गया था। पेपर लीक मामले में एसटीएफ वाराणसी यूनिट (STF Varanasi Unit) की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। एसटीएफ की जाँच पड़ताल (investigation) में यह बात सामने आई है कि पेपर बलिया जिले (Ballia district) से ही लीक हुआ था।
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इस मामले में एसटीएफ ने शुक्रवार को मास्टरमाइंड आनंद नारायण चौहान (Mastermind Anand Narayan Chauhan) उर्फ़ मुलायम चौहान और मनीष चौहान समेत 10 को गिरफ़्तार (arrest) किया है। आनंद चौहान और मनीष चौहान पर आरोप (allegation) है कि इन्हीं दोनों ने स्कूल से टैंपर प्रूफ पैकेट (tamper proof packet) से पेपर निकाला था। आनंद को स्कूल का मैनेजर और मनीष चौहान को भीमपुरा के स्कूल का प्रिंसिपल बताया जा रहा है। इन्हीं दोनों पर छात्रों को पास करवाने का ठेका लेने का भी आरोप लग रहा है। इस पूरे मामले में बलिया पुलिस (Ballia Police) आज प्रेस कांफ्रेंस (press conference) कर खुलासा कर सकती है।
इससे पहले डीआईओएस ब्रजेश मिश्रा (DIOS Brajesh Mishra) समेत 17 आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया था। 30 मार्च को दूसरी पाली में इंटरमीडिएट इंग्लिश का पेपर होना था, लेकिन परीक्षा से पहले ही दोपहर 12 के करीब बलिया में पेपर लीक हो गया। पेपर लीक होने की जानकारी मिलते ही अधिकारियों में पड़कंप मच गया और 24 जिलों में परीक्षाएँ रद्द (paper cancel) कर दी गई।
शुरुआती जाँच में पता चला कि पेपर की सीरीज 316 ED और 316 EI का पेपर बलिया से लीक हुआ और इस सीरीज के पेपर उत्तर प्रदेश के 24 जिलों में भेजे गए थे। इस घटना के बाद डीआईओएस बलिया को सस्पेंड (suspend) कर दिया गया था। तो वहीं, इस मामले में बलिया के डीआईओएस और स्थानीय पत्रकार (local journalist) समेत 22 लोगों को गिरफ़्तार कर जेल (jail) भेजा जा चुका है।
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अब इन जिलों में 13 अप्रैल को इंग्लिश की परीक्षा फिर से आयोजित होगी। उधर, पेपर लीक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) भी एक्शन मोड में दिखे। सीएम ने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और अधिकारीयों को निर्देश दिया है कि दोषी पाए जाने वाले आरोपियों पर रासुका (Rasuka) के तहत कार्रवाई की जाए।