पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह का बयान, भारत में 5% तो अन्य देशों में 50% बढ़ी पेट्रोल की कीमत, जानिए अन्य जगहों का हाल..?
नई दिल्ली। देश में पेट्रोल और डीजल (Petrol Diesel Prices) की कीमतें पिछले 15 दिन में 13 बार बढ़ चुकी हैं। पेट्रोल 9.20 रुपये महँगा हो चुका है। लेकिन इस बढ़ती महँगाई पर पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Petroleum Minister Hardeep Singh Puri) का अजीबोगरीब बयान सामने आया है। पुरी ने मंगलवार को लोकसभा (Lok Sabha) में कहा, रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine war) के बाद पेट्रोल की कीमतें भारत (India) में 5 फीसदी ही बढ़ी हैं, जबकि विकसित देशों में इसका दाम 50 फीसदी तक बढ़ चुका है।
अन्य विकासशील (developing) और विकसित देशों (developed countries) के मुकाबले भारत में पेट्रोल डीजल की महँगाई (inflation) काफी कम है। पुरी ने विपक्ष के इन आरोपों (allegations) को भी बेबुनियाद बताया कि यूक्रेन से भारतीयों (Indians) की वापसी का ऑपरेशन मिशन गंगा (Operation Ganga) महज मिशन ट्रांसपोर्ट था। पुरी यूक्रेन से भारतीयों की वापसी के अभियान (campaign) से जुड़े विशेष दूतों में से एक थे, जो युद्धग्रस्त से भारतीयों के लाने के लिए नियुक्त किए गए थे। उन्होंने कहा कि भारत सरकार (Indian government) ने यूक्रेन में भी बसें लगाई थीं, ताकि वहाँ फँसे भारतीयों को पड़ोसी मुल्कों तक लाया जा सके।
राज्यसभा (Rajya Sabha) में यूक्रेन के हालात पर चर्चा के दौरान हस्तक्षेप करते हुए पुरी ने ये बात कही। केंद्रीय मंत्री (central minister) ने कहा कि भारत में तो कुल कीमत के महज 5 फीसदी इजाफ़ा हुआ है, जबकि अमेरिका (America) में 51 प्रतिशत कीमत बढ़ी है। पुरी ने बताया कि कनाडा (Canada) में 52 प्रतिशत, जर्मनी (Germany) और ब्रिटेन (Britain) में 55 प्रतिशत, फ्रांस (France) में 50 प्रतिशत, स्पेन (Spain) में 58 प्रतिशत दाम ईंधन (fuel) के बढ़े हैं।
इसे महज ऑपरेशन ट्रांसपोर्ट नहीं कहा जा सकता। पेट्रोल की कीमतों पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत ही सिर्फ ऐसा देश नहीं है, जो यूक्रेन-रूस युद्ध से प्रभावित हुआ हो, पूरी दुनिया इसका दंश झेल रही है। पुरी ने यह भी कहा कि युद्ध शुरू होने के बाद प्राकृतिक गैस (natural gas) का दाम भी अंतरराष्ट्रीय बाजार (international market) में कई गुना बढ़ गया है।
मंत्री ने इन आरोपों को भी ख़ारिज किया कि यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई (military action) शुरू होने के पहले भारत द्वारा छात्रों के लिए जारी एडवाइजरी (advisory) स्पष्ट नहीं थी। उन्होंने कहा कि एडवाइजरी एकदम स्पष्ट थी और भारतीय छात्रों से यूक्रेन छोड़ने को कहा गया था। यही वजह है कि करीब चार हजार भारतीय छात्र वहाँ से बाहर निकल भी गए थे।
जानिए किन देशों में कितने बढ़े दाम..?
अमेरिका- 51%
कनाडा- 52%
जर्मनी- 55%
ब्रिटेन- 55%
फ्रांस- 50%
स्पेन-58%
भारत- 05%