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चीन ने छोड़ा तो भारत ने की मंगोलिया की मदद….

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रूस -यूक्रेन युद्ध और कोरोना महामारी की विभीषिका के दौर में जब पूरी दुनिया में भय और चिंता का वातावरण व्याप्त है और आपू्र्ति शृंखला बाधित है, ऐसे में एक अच्छी खबर यह है कि भारत अपने दूरस्थ पड़ोसी देश मंगोलिया के साथ अपने संबंधों को प्रगाढ़ करने में जुटा हुआ है।इस तेल शोधन कारखाने की क्षमता डेढ़ लाख मीट्रिक टन तेल निकालने और शोधन की होगी। यह कारखाना इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड के सहयोग से दक्षिणी मंगोलिया के दोर्नोगोबी प्रांत में सैनशांद क्षेत्र में लगाया गया है।

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इस अकेले तेल शोधन कारखाने से मंगोलिया की 75 फीसदी तेल की जरूरत पूरी हो जाएगी। इस समय मंगोलिया अपने उत्तरी पड़ोसी रूस से जरूरत का तेल खरीदता है।मंगोलिया भारत को एक आध्यात्मिक मित्र देश और अपने तीसरे पड़ोसी के रूप में भी देखता है। हालांकि मंगोलिया के साथ भारत के रिश्ते पुराने हैं, धार्मिक तौर पर भी दोनों देश बौद्ध धर्म के कारण एक दूसरे से बंधे हुए हैं, लेकिन भारत और मंगोलिया के रिश्तों में वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ऐतिहासिक मंगोलिया यात्रा के बाद गर्माहट देखने को मिली।

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भारत का विचार है कि जब तक तीसरी दुनिया के देश तरक्की नहीं करेंगे तब तक विश्व में संपूर्ण प्रगति नहीं आ सकती। भारत ऐसी ही मदद अफ्रीकी महाद्वीप में कई देशों की कर रहा है। लेकिन भारत ने किसी देश का आर्थिक दोहन कभी नहीं किया और न ही किसी देश को अपने आर्थिक जाल में फंसाया, क्योंकि भारत का उद्देश्य उस देश की तरक्की होता है न कि उसे अपना गुलाम बनाना।चीन के खतरे को देखते हुए मंगोलिया ने अपने देश में 16 देशों की सांझा सैन्य गतिविधियों का कार्यक्रम रखा था, जिसका नाम था एक्स खानक्वैस्ट 2022, जिसमें भारतीय सेना ने लद्दाख स्काऊट्स की एक टुकड़ी भेजी थी।

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14 दिनों तक चला यह सांझा अभ्यास शांति और स्थिरता को बनाए रखने के लिए किया गया था। इसके बाद समय-समय पर दोनों देश एक-दूसरे की सेना को दोनों देशों की अलग-अलग जगहों पर युद्ध कौशल की ट्रेनिंग देंगे और विभिन्न परिस्थितियों में दुश्मन का मुकाबला करने और आपदा में फंसे लोगों की मदद करना सिखाएंगे।भारत के इस कदम से मंगोलिया और भारत के बीच संबंध और बेहतर बनेंगे, साथ ही भारत मंगोलिया की कई क्षेत्रों में मदद भी कर रहा है, जिससे मंगोलिया की जनता को सीधा लाभ मिलेगा। आने वाले दिनों में दोनों देश एक-दूसरे के और नजदीक आएंगे और सहयोग करेंगे।

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