दंगामुक्त यूपी पर NCRB की मुहर, सिर्फ एक मामला सामने आया….
उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश की शान आज और बढ़ गई है। योगी आदित्यनाथ सरकार साल 2017 से लगातार यूपी को दंगा मुक्त प्रदेश बनाने का प्रयास कर रही है। सरकार की यह कोशिश अब रंग ले आई है, क्योंकि एनसीआरबी के आंकड़े यह साफ कहते हैं कि उत्तर प्रदेश अब ‘दंगा मुक्त’ हो गया है। ऐसे में NCRB की इस रिपोर्ट ने यूपी शासन को एक बड़ी राहत दी है। दरअसल, साल 2021 की ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूरे देश में सांप्रदायिक हिंसा के 378 केस दर्ज हुए हैं। इन 378 केसेस में यूपी का एक ही मामला है।
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ऐसे में यह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। इतना ही नहीं, यह भी आंकड़ों से यह भी साफ हुआ है कि यूपी में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हुए अपराधों में भी कमी आई है। जब 37 वर्षों के बाद भारतीय जनता पार्टी की सरकार रिपीट हुई है। इसी के साथ ही कानून का शिकंजा कठोरता से अपराधियों पर कसना शुरू हुआ।
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इसी कारण आज यूपी सांप्रदायिक दंगों से पूरी तरह से मुक्त हो गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ की कठोर प्रशासक छवि के कारण राज्य की जनता अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रही है। NCRB के आंकड़े इस बात का सबूत हैं। प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी आगे भी जारी रहेगी। यूपी पुलिस और प्रशासन किसी भी कीमत पर अपराधियों पर नरमी नहीं बरती जाएगी।
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