“श्रद्धा हत्याकांड” में पुलिस की थ्योरी को श्रद्धा के पिता ने किया खारिज, आरोपी को फांसी पर चढ़ाने की माँग….
दिल्ली। दिल्ली (Delhi) में श्रद्धा हत्याकांड (Shraddha murder case) की गुत्थी सुलझने के बजाय और उलझने लगी है। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने भले ही इस इस वारदात का खुलासा कर दिया, लेकिन पुलिस की थ्योरी को खुद श्रद्धा वॉकर (Shraddha Walker) के पिता ने ही खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के साथ वह भी घटना स्थल पर गए थे, उस समय उन्हें बिल्कुल नहीं लगा था कि थ्योरी के मुताबिक आरोपी आफताब (Aftab) ने इस वारदात को अंजाम (commit the crime) दिया होगा।
काशी विश्वनाथ मंदिर के पास पकड़े गए 3 संदिग्ध व्यक्ति, झारखंड के रहने वाले हैं तीनों युवक….
इसके साथ ही श्रद्धा के पिता ने पूछा कि मुंबई पुलिस (Mumbai police) ने इतनी पूछताछ की, लेकिन वहाँ यह आरोपी (accused) झूठ बोल रहा था। अब एक ही दिन में दिल्ली पुलिस ने ऐसा क्या किया कि आरोपी ने ‘पूरा सच’ उगल दिया। पिता ने कहा कि आरोपी चाहे जो हो, बस उनकी बेटी के हत्यारे (killers) को फाँसी (hanged) मिलनी चाहिए। श्रद्धा के पिता मंगलवार की सुबह एक निजी चैनल से बात कर रहे थे। उन्होंने सभी सवालों का जवाब दिया, साथ ही माँग की है कि बेटी के हत्यारोपी को फाँसी की सज़ा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि दिल्ली पुलिस ने बहुत जल्दी मामले का खुलासा कर दिया।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ़्तार (arrest) कर काफी एविडेंस (evidence) भी जुटा लिए। बावजूद इसके अभी तक पुलिस ने जो कहानी बताई है, आसानी से समझ नहीं आ रही। उन्होंने कहा कि आखिर एक ही रात में दिल्ली पुलिस ने ऐसा क्या कर दिया कि आरोपी ने तोते की तरह पूरी कहानी बता दी और मामला साफ हो गया। पीड़ित पिता ने चैनल (news channel) से बात करते हुए स्वीकार किया कि आरोपी उनकी बेटी के साथ बुरी तरह से मारपीट करता था। उसने कई बार तो इस तरह से मारपीट की कि उनकी बेटी बेहोश (Unconscious) तक हो गई। उन्होंने बताया कि उन्होंने श्रद्धा को काफी समझाने की कोशिश की, उससे कहा भी था कि वह आफताब को छोड़ कर वापस आ जाए।
इसके बाद उसकी शादी बिरादरी में ही कोई अच्छा लड़का देखकर करा देंगे। लेकिन वह नहीं मानी। इसकी कीमत उसे जान देकर चुकानी पड़ी है। पीड़ित पिता ने बताया कि पुलिस ने उन्हें फोन पर बताया कि उनकी बेटी की हत्या (murder) हो गई है। इतना सुनते ही वह बेहोश हो गए थे। इसके बाद भी पुलिस ने कुछ और जानकारी दी थी, लेकिन बेहोशी की वजह से वह आगे कुछ सुन ही नहीं पाए। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस की गिरफ़्त में आने के बाद आरोपी आफताब ने वारदात की कहानी ऐसे सुनाई जैसे कि वह कोई लिखा हुआ स्क्रिप्ट पढ़ रहा हो।
किसानों और मजदूरों के मसीहा थे ठेंगड़ीजीः मंगला प्रसाद….
उसके बयान और घटना स्थल को देखते हुए उन्हें बिल्कुल नहीं लग रहा है कि आफताब ने इस तरह से वारदात को अंजाम दिया होगा। पीड़ित पिता ने बताया कि आरोपी आफताब से जब मुंबई पुलिस ने पूछताछ (inquiry) की तो उसने बताया था कि उसका ब्रेकअप (breakup) हो गया है। श्रद्धा उसे छोड़ कर चली गई है। तब उन्होंने पूछा था कि ढाई साल से जब साथ में थे तो ब्रेकअप होने पर उसकी जिम्मेदारी बनती थी कि पुलिस या उन्हें सूचित करे। लेकिन आरोपी ने ऐसा नहीं किया। उन्होंने बताया कि इसके जवाब में आरोपी ने बताया कि उसे कुछ समझ नहीं आया, सिचुएशन ऐसी बन गई थी।
आरोपी आफताब पुलिस के सामने नॉर्मल बात कर रहा था। वह ऐसे बोल रहा था जैसे कि कोई लिखी लिखाई स्टोरी पढ़ रहा हो। उसके हाव-भाव से ऐसा नहीं लगा कि उसने कुछ गलत किया है। बता दें कि दिल्ली के छतरपुर महरौली (Chhatarpur Mehrauli) में अपनी प्रेमिका श्रद्धा वॉकर के साथ रह रहे आरोपी आफताब ने उसकी हत्या के बाद 35 टुकड़े कर दिए थे। इसके बाद आरोपी ने इन टुकड़ों को फ्रीज में रख दिया था और धीरे-धीरे 18 दिनों में वह पास के जंगलों में ठिकाने लगाते रहा था। अब पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ़्तार कर पाँच दिन की पुलिस रिमांड (police remand) पर लिया है।
पूर्वांचल विश्वविद्यालय के तीन शिक्षकों को मिला शोध अनुदान….