विश्व को जी-20 से हैं अधिक अपेक्षाएँ- PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को जी20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) के एक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि आज विश्व को जी-20 से अधिक अपेक्षाएँ हैं और समूह की प्रासंगिकता बढ़ गई है। पीएम मोदी ने इस दौरान रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच चल रहे युद्ध पर भी वैश्विक नेताओं (global leaders) से बात की। उन्होंने कहा, ‘मैंने बार-बार कहा है कि हमें यूक्रेन में युद्ध-विराम (ceasefire) और कूटनीति (diplomacy) के रास्ते पर लौटने का तरीका तलाशना होगा।’ वहीं, इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो (Indonesian President Joko Widodo) ने मंगलवार को जी20 शिखर सम्मेलन के एक सत्र में वैश्विक नेताओं से संयुक्त राष्ट्र चार्टर (UN Charter) का पालन करने और युद्ध को समाप्त करने का आह्वान किया। उनका साफ इशारा रूस-यूक्रेन संघर्ष की ओर था।
जी20 बैठक में पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें-
(1.) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु परिवर्तन (Climate change), कोविड-19 वैश्विक महामारी (Covid-19 global pandemic) और यूक्रेन संकट का जिक्र करते हुए वैश्विक स्तर पर चुनौतीपूर्ण वातावरण के बीच संयुक्त राष्ट्र की भूमिका के बारे में कहा कि उसके जैसी बहुपक्षीय संस्थाएँ (multilateral institutions) वैश्विक चुनौतियों से निपटने में असफल रही हैं।
(2.) पीएम मोदी ने कहा, ‘हमें यह स्वीकार करने में संकोच नहीं करना चाहिए कि संयुक्त राष्ट्र जैसे बहुपक्षीय संस्थान वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में असफल रहे हैं।’ पीएम मोदी ने कहा, ‘मैंने बार-बार कहा है कि हमें यूक्रेन में युद्ध-विराम और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का तरीका तलाशना होगा।’
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(3.) पीएम मोदी ने कहा, विश्व में शांति, सद्भाव और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस और सामूहिक कदम उठाना समय की माँग है। प्रधानमंत्री ने कहा, वैश्विक आपूर्ति व्यवस्था (global supply chain) चरमरा गई है, पूरी दुनियां में आवश्यक वस्तुओं का संकट है। कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद एक नई विश्व व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी हमारे कंधों पर है।’
(4.) पीएम मोदी ने कहा कि हर देश के गरीब नागरिकों के लिए चुनौतियाँ अधिक हैं। उनके लिए रोजमर्रा की जिंदगी पहले से ही एक संघर्ष थी। पीएम मोदी ने कहा, मुझे विश्वास है कि जब अगले साल बुद्ध (Buddha) और गाँधी (Gandhi) की धरती पर जी-20 की बैठक होगी, तो हम सभी एकसाथ विश्व को शांति का कड़ा संदेश देंगे।
(5.) पीएम मोदी ने कहा कि भारत की ऊर्जा सुरक्षा (energy security) विश्व के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। भारत दुनियां की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था (Economy) है। भारत (India) हमेशा स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण के लिए प्रतिबद्ध है। 2030 तक हम अपनी ज़रूरत की 50 फीसदी बिजली स्वच्छ ऊर्जा से बनाएँगे।
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