फ्रॉड कॉल्स का अब आसानी से लग जाएगा पता, Unknown नंबर्स के साथ अब आपकी स्क्रीन पर होगा नाम भी…..
नई दिल्ली। स्पैम कॉल्स (Spam Calls) से हर कोई परेशान है। आप चाहे DND लगा लें या फिर कोई अन्य फीचर, टेलीमार्केटिंग (telemarketing) की इन कॉल्स से बच पाना लगभग नामुमकिन हो गया है। वहीं ऐसी ही एक दूसरी समस्या है फ्रॉड कॉल्स (fraud calls) की। इस तरह की कॉल्स में स्कैमर्स (scammers) किसी बैंक एक्जीक्यूटिव (bank executive) या फिर कोई अन्य शख़्स बनकर कॉल करते हैं। तमाम कोशिशों के बाद भी इस तरह की कॉल्स पर लगाम नहीं लग सकी है। इन सब से बचने के लिए TRAI एक नए फीचर पर काम कर रही है। फिलहाल, इस फीचर (feature) के बारे में ज़्यादा जानकारी आधिकारिक रूप से सामने नहीं आई है। TRAI (टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया) (Telecom regulatory Authority of India) का नया फीचर कॉलर आइडेंटिटी (caller identity) से जुड़ा हुआ है। रिपोर्ट्स की मानें तो जल्द ही किसी नंबर से कॉल आने पर आपको उस शख़्स का नाम भी नज़र आएगा। ये नाम यूज़र की KYC के मुताबिक होगा।
यानी जिसके नाम पर सिम (sim) होगा आपको उसका ही नाम स्क्रीन पर नज़र आएगा। जैसे ही ये नियम लागू होगा, यूज़र्स को उस कॉलर का नाम भी नज़र आएगा, जिसका नंबर आपके फोन में सेव नहीं होगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो TRAI इस फीचर को तीन हफ़्तों में रिलीज़ (feature release) कर सकती है। फिलहाल इस तरह के फीचर्स के लिए यूजर्स को TrueCaller जैसे थर्ड पार्टी ऐप्स (third party apps) की ज़रूरत होती है। मगर इन ऐप्स के साथ सबसे बड़ा माइनस पॉइंट होता है इनका डेटाबेस (database)।
ट्रूकॉलर (Truecaller) जैसे ऐप्स का पूरा डेटा क्राउडसोर्स्ड (crowd sourced) होता है, इसलिए इन पर 100 परसेंट भरोसा नहीं किया जा सकता है। KYC बेस्ड सिस्टम पर आप पूरा भरोसा कर सकेंगे। एक सवाल लोगों के मन में ये भी आता है कि क्या इस सर्विस (service) के आने के बाद ट्रूकॉलर जैसे ऐप्स खत्म हो जाएँगे। जब TRAI के इस अपकमिंग सर्विस (upcoming service) पर चर्चा शुरू हुई थी, तभी ट्रूकॉलर ने साफ कहा था कि उनका मुकाबला इस सर्विस से नहीं होगा। मई 2022 में TrueCaller के सीईओ (CEO of Truecaller) और को-फाउंडर Alan Mamedi ने बताया था कि ट्राई के कॉलर नेम डिस्प्ले सिस्टम का सीधा मुकाबला ट्रूकॉलर से नहीं होगा।
इस तरह की एक और सर्विस पर काम चल रहा है, जिससे व्हॉट्सएप (WhatsApp) पर भी यूजर्स को कॉलर आइडेंटिटी की जानकारी मिलेगी। बहुत से लोग व्हॉट्सएप पर फ्रॉड कॉल्स का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में TRAI एक ऐसे फीचर पर काम कर रही है, जिससे कंज्यूमर्स (consumers) को पता चले कि उन्हें कौन कॉल कर रहा है..? हालांकि, व्हॉट्सएप पर यह सर्विस कैसे मिलेगी, इस बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं है। कुल मिलाकर इस सर्विस के आने के बाद यूजर्स को एक बेहतर कॉलिंग एक्सपीरियंस (calling experience) मिलेगा।