सुरंग के जरिए चोरों ने गायब कर दिया रेल का पूरा इंजन, कबाड़ की दुकान पर बेचे ट्रेन के पुर्जे….
बिहार। बिहार (Bihar) में चोरों ने एक ऐसे कांड को अंजाम दिया जिसके बारे में जानकर आप भी हैरत में पड़ जाएँगे। रोहतास (Rohtas) में लोहे का 500 टन वजनी पुल चुराने के बाद चोरों ने दूसरी बड़ी घटना को अंजाम दिया है। चोरों ने अब सुरंग (tunnel) बनाकर पूरा का पूरा रेल इंजन (rail engine) ही गायब कर दिया। पुलिस (police) के मुताबिक, मुज़फ़्फ़रपुर (Mujaffarpur) में एक कबाड़ की दुकान से बरामद किए गए बैग में ट्रेन के इंजन के पुर्जे भरे हुए थे।
सत्र 2023-24 से यूनिवर्सिटी एडमिशन में होंगे बड़े बदलाव, वोटर कार्ड नहीं तो एडमिशन नहीं….
पुलिस के मुताबिक, पिछले सप्ताह बरौनी (Barauni) (बेगूसराय (Begusarai) जिला) के गरहारा यार्ड में मरम्मत के लिए लाए गए ट्रेन के पूरे डीजल इंजन (diesel engine) को एक गिरोह ने चुरा लिया था। गिरोह (gang of thieves) ने एक बार में कुछ पुर्जे चुराकर इसे हासिल किया। पहली खोज तब हुई जब पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत (custody) में लिया और उनकी सूचना के आधार पर उन्होंने मुज़फ़्फ़रपुर की प्रभात कॉलोनी स्थित एक कबाड़ के गोदाम (junkyard) से इंजन के पुर्जों की 13 बोरियाँ बरामद कीं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हैरान करने वाली बात यह थी कि हमनें यार्ड के पास एक सुरंग का पता लगाया, जिसके माध्यम से चोर आते थे और इंजन के पुर्जों को चुरा लेते थे और उन्हें बोरियों में भरकर ले जाते थे।
दलित बहनों का रेप और हत्या मामला, पीड़ित परिवार को कांग्रेस से मिला चेक बाउंस…..
रेलवे अधिकारी (railway officer) इससे पूरी तरह अनभिज्ञ थे। आपको बता दें कि हाल ही में पूर्णिया (Purnia) जिले में जहाँ चोरों ने एक पूरे विंटेज मीटर गेज स्टीम इंजन (vintage meter gauge steam engine) को बेच दिया, जो सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए स्थानीय रेलवे स्टेशन पर तैनात था। जाँच (investigation) के दौरान पुलिस ने पाया कि एक रेलवे इंजीनियर ने समस्तीपुर डिवीजन (Samastipur devision) के डिवीजनल मैकेनिकल इंजीनियर (divisional mechanical engineer) की तरफ जारी एक जाली पत्र के आधार पर क्लासिक स्टीम इंजन (classic steam engine) को बेच दिया था। उधर, एक अन्य गिरोह ने बिहार के उत्तर पूर्वी अररिया (Araria) जिले में सीताधार नदी पर एक लोहे के पुल का ताला खोल दिया है। पुल के अन्य महत्वपूर्ण हिस्से गायब पाकर पुलिस हैरान है।
पुलिस को प्राथमिकी दर्ज (FIR lodged) करने और उसकी सुरक्षा के लिए एक कांस्टेबल (constable) तैनात करने के लिए मजबूर होना पड़ा। पता हो कि पलटनिया पुल, फारबिसगंज शहर को रानीगंज (Raniganj) से जोड़ता है। दोनों ही नगर अररिया जिले में ही आते हैं। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए यह सुनिश्चित करने के लिए उपाय किए. फारबिसगंज थाना प्रभारी निर्मल कुमार यादवेंदु ने मीडिया को बताया कि हमने पुल की सुरक्षा के लिए एक कांस्टेबल तैनात किया है, ताकि यह सुरक्षित रहे। पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमने लोहे के पुल के कुछ हिस्सों को चुराने के मामले में अज्ञात लोगों (unknown people) के खिलाफ मामला दर्ज किया है और जांच जारी है।
बता दें कि इस साल अप्रैल में, लुटेरों ने लगभग 500 टन वजनी 45 साल पुराने स्टील के पुल को दिन के समय तोड़कर बेच दिया था, जिसमें सिंचाई विभाग (Irrigation Department) के अधिकारियों के शामिल होने का आरोप (allegation) लगा था। बाद में पुलिस ने इस मामले में जल संसाधन विभाग (Department of Water Resources) के एक सहायक अभियंता समेत 8 लोगों को गिरफ़्तार (arrest) किया। उनके इकबालिया बयान (Confession) के आधार पर पुलिस ने कबाड़ सामग्री बरामद (found) की।
ऑनलाइन सुनवाई के दौरान हाफ नेकेड हालत में सिगरेट पीने वाली महिला जज 3 महीने के लिए सस्पेंड….