उमेश कोल्हे मर्डर केस की जाँच के लिए देवेंद्र फडणवीस ने किया SIT के गठन का ऐलान…..
मुंबई। गुरुवार को दिशा सालियान (Disha Salian case) केस की फिर से जाँच (investigation) करवाने के लिए उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Deputy CM Devendra Fadnavis) ने एसआईटी (SIT) के गठन का ऐलान किया। इस मामले में आदित्य ठाकरे (Aditya Thakrey) का नाम सामने आ रहा है। इसके बाद आज (शुक्रवार, 23 दिसंबर) उद्धव ठाकरे (Uddhav Thakrey) की भी मुश्किलें बढ़ाने वाली खबर सामने आ गई। मुख्यमंत्री रहने के दौरान उद्धव ठाकरे ने अमरावती (Amrawati) के उमेश कोल्हे मर्डर केस (Umesh Kolhe murder case) की जाँच के संदर्भ में अधिकारियों को फोन किया था। उस कॉल के डिटेल की अब राज्य गुप्तचर विभाग (State Intelligence Department) जाँच करेगा। विधायक रवि राणा (MLA Ravi Rana) की माँग पर गृह राज्यमंत्री शंभुराज देसाई (Shambhuraj Desai) ने यह आदेश दिया। रवि राणा ने अमरावती के केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या का मुद्दा आज विधानसभा (Assembly) में उठाया।
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उन्होंने कहा कि एनआईए (NIA) ने इस बारे में जो चार्जशीट (chargesheet) दायर की है, उसमें यह साफ है कि नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) का पोस्ट वायरल करने की वजह से उमेश कोल्हे की हत्या की गई थी। इस मामले में अब तक 11-12 आरोपियों को अरेस्ट किया गया है, लेकिन महाविकास आघाड़ी सरकार (Mahavikas Aghadi government) ने एक महीने तक इसकी जाँच रॉबरी के लिए हत्या की दिशा में किए जाने का आदेश दिया। तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों को फोन कर यह आदेश दिया था कि यह जाँच रॉबरी (robbery) की दिशा में की जाए। रवि राणा ने सवाल उठाया कि कोल्हे मर्डर की जाँच में रॉबरी का ऐंगल क्यों लाया गया..? हत्या की असली वजह क्यों बताई नहीं गई..?राज्य के मुख्यमंत्री यह मामला दबाना चाह रहे थे, इसीलिए एनआईए के ज़रिए जाँच करवानी पड़ी।
उद्धव ठाकरे के फ़ोन कॉल की जाँच होनी चाहिए। विधायक रवि राणा की इस माँग को स्वीकार करते हुए गृह राज्य मंत्री शंभुराज देसाई ने कहा कि यह स्कोप के बाहर का सवाल है। राणा दंपत्ति ने इसकी शिकायत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) से की। इसके बाद एनआईए ने इस मामले की जाँच की। चार्जशीट (chargesheet) दायर की गई। लेकिन अपनी पुलिस (police) क्या कर रही थी..? जाँच को डायवर्ट करने की कोशिश की जा रही थी। जिस दिशा में जाँच होनी चाहिए थी, वो हुई नहीं।