अखिलेश यादव तेलंगाना में केसीआर की रैली में शामिल होकर आज क्या संदेश देंगे…..
चंद्रशेखर राव बड़ी रैली कर तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) को एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल (BRS)में तब्दील करने के अपने इरादे को बुलंद तरीके से धरातल पर उतारने वाले हैं। लेकिन इस रैली में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत विपक्ष के कई बड़े नेताओं का आना नया सियासी संकेत है। हालांकि अखिलेश यादव और सपा के सहयोगी दल रालोद के नेता जयंत चौधरी (Jayan Chaudhary) या बसपा सुप्रीमो मायावती इसमें शामिल नहीं हुए। संकेत साफ है कि अखिलेश यादव नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भाजपा से 2024 (Mission 2024) में मुकाबले के लिए कांग्रेस की अगुवाई वाले किसी अभियान में शामिल नहीं होना चाहते।
उत्तर प्रदेश में पिछले दो लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के आगे समाजवादी पार्टी के सारे मंसूबे धरे के धरे रह गए। वहीं विधानसभा चुनाव में भी योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर मॉडल की लोकप्रियता को भुनाते हुए दोबारा मुख्यमंत्री पद पर पहुंचे। ऐसे में सपा की कोशिश हो सकती है कि वो राजनीतिक तौर पर दूसरे दलों का राजनीतिक समर्थन जुटाकर एक बड़ी चुनौती मिशन 2024 में पीएम मोदी के सामने पेश कर सके। इस चुनावी रैली में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी पहुंचेंगे।
चंद्रशेखर राव की कोशिश 2024 के लोकसभा चुनाव में न केवल तेलंगाना बल्कि दक्षिण भारतके कई अन्य राज्यों में पैर पसारने की है। यही मुहिम पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी एक साल पहले छेड़ चुकी हैं। केसीआर की पार्टी रैली में पांच लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटाकर अपनी ताकत का अहसास कराएगी। चुनाव रैली में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, केरल के चीफ मिनिस्टर पी विजयन, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और भाकपा नेता डी. राजा भी शामिल हो रहे हैं।