झारखंड मुक्ति मोर्चा के घाटशिला विधायक रामदास सोरेन ने दबंगई दिखाते हुए प्राइवेट अपार्टमेंट के गेट पर लगाया ताला
झारखंड। झारखंड (Jharkhand) की सत्तारूढ़ पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (ruling party Jharkhand Mukti Morcha) के घाटशिला विधायक रामदास सोरेन (Ghatshila MLA Ramdas Soren) ने दबंगई दिखाते हुए एक प्राइवेट अपार्टमेंट (private apartment) के मेन गेट पर ताला लगवा दिया। इससे वहाँ रह रहे 128 परिवार बंधक (mortgage) बन गए। गोविंदपुर (Govindpur) के घोड़ाबांधा स्थित सहारा ड्रीम्स नेक्स्ट हाउसिंग वेलफेयर सोसायटी जहाँ 128 फ्लैट हैं। आरोप है कि हाउसिंग सोसायटी (housing society) में रहने वाले लोगों को विधायक रामदास सोरेन ने बंधक बना लिया। हाउसिंग सोसाइटी के मुख्य गेट पर विधायक ने दबंगई दिखाते हुए तालाबंदी (lockout) कर दी। घाटशिला विधायक रामदास सोरेन द्वारा की गई तालाबंदी और दबंगई की एक वीडियो भी सामने आई है, जिसमें विधायक रामदास सोरेन कहते नज़र आ रहे हैं कि मुझे एसपीडीसी (SPDC) की धमकी देते हैं बुलाओ उनको तभी गेट खुलेगा।
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बता दे की जमशेदपुर (Jamshedpur) के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के घोड़ाबांधा स्थित सहारा ड्रीम नेस्ट हाउसिंग वेलफेयर सोसाइटी में कार्य करने वाले छह कर्मचारियों को सोसायटी के लोगों के द्वारा काम से निकाल दिया गया था। 6 कर्मचारियों पर सोसायटी के रहने वाले परिवारों के साथ गाली गलौज और मारपीट करने का आरोप सोसाइटी के लोगों ने लगाया है। इसे लेकर पूर्व में गोविंदपुर थाने में इन कर्मचारियों के विरुद्ध शिकायत भी दर्ज सोसाइटी के द्वारा की गई थी। हालांकि बाद में कर्मचारियों को पीआर बांड (PR bond) पर छोड़ दिया गया था। वापस आने के बाद भी जब कर्मचारियों की हरकतें नहीं सुधरी तो सोसाइटी वालों ने उन्हें काम से निकाल दिया। बता दें कि विधायक रामदास सोरेन सोसाइटी से निकाले गए 6 कर्मचारियों के समर्थन में यह सब कर रहे थे बता दें कि निकाले गए कर्मचारी सोसाइटी में गार्ड, प्लंबर और इलेक्ट्रीशियन सहित अन्य काम किया करते थे।
सत्तारूढ़ दल के विधायक रामदास सोरेन द्वारा की गई गुंडागर्दी और दबंगई की चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है। हालांकि, झामुमो विधायक रामदास सोरेन (MLA Ramdas Soren) सोसाइटी के मुख्य गेट पर ताला जड़ने की बात से इंकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोसायटी (society) के गेट पर प्रदर्शन कर रहे कर्मियों के साथ अन्याय (injustice) होता देख उन्होंने आवाज उठाई थी उन्होंने तालाबंदी नहीं की है।