अंडमान निकोबार के 21 द्वीप आज से भारत के परमवीरों के नाम से जाने जाएँगे – पीएम मोदी….
पराक्रम दिवस (Parakram Diwas) के अवसर पर आयोजित एक समारोह में अंडमान और निकोबार (Andaman and Nicobar) के इक्कीस बड़े अज्ञात द्वीपों का नाम परमवीर चक्र विजेताओं (Param Vir Chakra winners) के नाम पर रखा गया। पीएम मोदी (PM Modi) ने सुभाष चंद्र बोस (Shubash Chandra Bose) द्वीप पर बनने वाले नेताजी को समर्पित राष्ट्रीय स्मारक के मॉडल का भी अनावरण किया। पीएम ने कहा कि इन 21 द्वीपों को अब परमवीर चक्र विजेताओं के नाम से जाना जाएगा। आज के इस दिन को आज़ादी के अमृत काल के एक महतपूर्ण अध्याय के रूप में आने वाली पीढ़ियाँ (generations to come) याद करेंगी। उन्होंने कहा कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए ये द्वीप एक चिरंतर प्रेरणा का स्थल बनेंगे।
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मैं सभी को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। यह दुर्भाग्य रहा कि सुभाष चंद्र बोस को भुलाने का बहुत प्रयास किया गया लेकिन जो वीर होते हैं वो अपनी स्मृति के लिए किसी के मोहताज नहीं होते हैं। हमने सुभाष बाबू की कर्तव्य पथ (Kartavya Path) पर मूर्ति लगाने का काम किया, उनकी जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाया। सेल्यूलर जेल महज एक जेल नहीं, आज़ादी की लड़ाई का एक बहुत बड़ा तीर्थ स्थान है। देश के इसी हिस्से को सबसे पहले स्वतंत्रता प्राप्त होने का सम्मान मिला और स्वयं नेता जी (Neta ji) द्वारा तिरंगा (Tiranga) फहरा कर यह सम्मान मिला। पीएम मोदी ने कहा कि अंडमान में जिस जगह नेता जी ने सबसे पहले तिरंगा फहराया था वहां आज गगनचुंबी तिरंगा आजादी हिन्द फौज (Hind fauj) के पराक्रम का गुणगान कर रहा है। समंदर किनारे लहराते तिरंगे को देख, यहां आने वाले लोगों में देशभक्ति (Patriotism) का रोमांच बढ़ जाता है। अंडमान की ये धरती वो भूमि है, जिसके आसमान में पहली बार मुक्त तिरंगा फहरा था। उन्होंने कहा था कि सेल्यूलर जेल (cellular jail) की कोठरियों से आज भी अप्रतिम पीड़ा के साथ-साथ उस अभूतपूर्व जज़्बे के स्वर सुनाई पड़ते हैं। अब से अंडमान निकोबार के 21 द्वीपों को भारत (India) के 21 परमवीर चक्र विजेताओं के नामों से जाना जाएगा।
21 परमवीर चक्र पुरस्कार विजेता, जिनके नाम पर द्वीपों का नाम रखा गया है: मेजर सोमनाथ शर्मा, सूबेदार और मानद कप्तान (तत्कालीन लांस नायक) करम सिंह, एम.एम. द्वितीय लेफ्टिनेंट राम राघोबा राणे, नायक जदुनाथ सिंह, कंपनी हवलदार मेजर पीरू सिंह, कैप्टन जीएस सलारिया, लेफ्टिनेंट कर्नल (तत्कालीन मेजर) धन सिंह थापा, सूबेदार जोगिंदर सिंह, मेजर शैतान सिंह, अब्दुल हमीद, लेफ्टिनेंट कर्नल अर्देशिर बुर्जोरजी तारापोर, लांस नायक अल्बर्ट एक्का, मेजर होशियार सिंह, द्वितीय लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल, फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों, मेजर रामास्वामी परमेश्वरन, नायब सूबेदार बाना सिंह, कैप्टन विक्रम बत्रा, लेफ्टिनेंट मनोज कुमार पांडे, सूबेदार मेजर (तत्कालीन राइफलमैन) संजय कुमार और सूबेदार मेजर सेवानिवृत्त (माननीय कप्तान) ग्रेनेडियर योगेंद्र सिंह यादव। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती के अवसर पर अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में तिरंगा फहराया।
शाह अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के दो दिवसीय दौरे पर रविवार देर रात पोर्ट ब्लेयर (Port Blair) पहुँचे थे। शाह के सेल्यूलर जेल का दौरा करने की भी संभावना है, जहां भारत की आज़ादी की लड़ाई के दौरान कई स्वतंत्रता सेनानियों (freedom fighters) को रखा गया था। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर जापान (Japan) का कब्ज़ा था और इसे औपचारिक रूप से 29 दिसंबर 1943 को नेताजी की आज़ाद हिंद सरकार (Azad Hind government) को सौंप दिया गया था।