पूर्व DGP ने किया स्वामी प्रसाद मौर्य का समर्थन….
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरित मानस (Ramcharit Manas) पर दिए अपने बयान के बाद से सुर्खियों में बने हुए हैं। उनके बयान के बाद इस मुद्दे पर तमाम लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। भाजपा इस मुद्दे पर सपा को घेरने की कोशिश कर रही है। भाजपा नेता लगातार अखिलेश यादव से सवाल पूछ रहे हैं। मौर्य ने बयान देते हुए कहा थी कि ‘कई करोड़ लोग रामचरित मानस को नहीं पढ़ते। यह तुलसीदास (Tulsidas) ने अपनी खुशी के लिए लिखा है।
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सरकार को रामचरित मानस के आपत्तिजनक अंश हटाना चाहिए या इस पूरी पुस्तक को ही बैन कर देना चाहिए.’ उनके इस बयान के बाद लोगों की इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रियाएं आई थीं। पोस्ट में उन्होंने कहा कि स्वामी ने मानस का अपमान नहीं किया है मात्र कुछ अंशों पर आपत्ति जताई है। उन्हें इसका अधिकार है। अपने बयान के बाद विवादों में घिरे स्वामी के पक्ष में यह पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। इस विवाद में अकेले पड़े स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए पूर्व डीजीपी का यह बयान डूबते को तिनके का सहारा जैसा लग रहा है।