70 फीसदी प्लेसमेंट न होने पर ITI की खत्म हो जाएगी मान्यता….
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में अब प्रोफेशनल एजुकेशन हासिल करने के बाद युवाओं को नौकरी के लिए दर-दर की ठोकर नहीं खानी पड़ेगी। जिस आईटीआई (ITI Job Placement) से उन्होंने ट्रेनिंग पूरी की होगी। वही उन्हें रोजगार के मौके दिलाएगी। आईटीआई को अधिकतम 30 छात्रों वाले बैच में 21 स्टूडेंट का प्लेसमेंट अनिवार्य रूप से कराना होगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा जिसे यह संस्थान प्लेसमेंट ड्राइव के लिए कंपनियों और इंडस्ट्री के संपर्क में रहें। यदि यह ठीक तरह से क्रियान्वित हो जाते हैं तो आईटीआई में प्लेसमेंट सेल नये सिरे से एक्टिव हो जाएंगी।
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इससे बड़ी संख्या में कंपनियां यहां पहुंचेंगी। दरअसल अभी बहुत सी आईटीआई सिर्फ ट्रेनिंग प्रोग्राम संचालित करने तक सीमित हैं। ऐसे में ट्रेनिंग प्रोग्राम और इंडस्ट्री के बीच एक गैप भी आ रहा है। इसी क्रम में 2015 में राष्ट्रीय कौशल विकास नीति के अंतर्गत आईटीआई को ग्रेडिंग भी प्रदान की जा रही है। इससे आईटीआई को विश्व स्तरीय संस्थान बनने का मौका भी मिलेगा। बताया जा रहा है कि नई गाइडलाइंस में आईटीआई को इनोवेशन और डिजिटल व्यवस्थाओं पर जोर देने को कहा गया है।