K L Rahul ने टीम इंडिया की डूबती नाव को दिया सहारा, पक्की की जीत…..
भारत (India) ने शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ वनडे सीरीज (One day series) का पहला मुकाबला पाँच विकेट से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। इस मैच में टीम इंडिया के गेंदबाजों ने जहाँ शानदार प्रदर्शन किया, वहीं टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज बुरी तरह फेल साबित हुए। केएल राहुल (K L Rahul) ने टीम इंडिया (Team India) की डूबती नाव को सहारा दिया। उन्होंने नाबाद 75 रनों की पारी खेली और रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) के साथ छठे विकेट के लिए 108 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत दिलाई। लंबे समय बाद उनके बल्ले का कमाल देखने को मिला। पिछले कुछ दिनों से लगातार राहुल अपने फॉर्म को लेकर आलोचनाओं का शिकार हो रहे थे। अब उनकी इस पारी ने उनके करियर के गिरते ग्राफ़ को नई ऊर्जा प्रदान कर दी है।
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केएल राहुल को हाल ही में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले दो टेस्ट मैचों में खराब फॉर्म के बाद टीम से बाहर कर दिया गया था। इतना ही नहीं उनसे टीम की उपकप्तानी (vice captaincy) भी छिन गई थी। आखिरी के दो टेस्ट मैच में उनकी जगह शुभमन गिल (Shubhman Gill) को शामिल किया गया था। इससे पहले टी20 टीम से भी उन्होंने अपनी जगह गंवा दी थी। अब एकमात्र वनडे टीम में वह शामिल हैं जहाँ उनके ऊपर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव था। इन दिनों वनडे क्रिकेट में उनका रोल बदल चुका है। पहले वह सलामी बल्लेबाज (opening batsman) के तौर पर खेलते थे। अब वह टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका निभाते हैं। वह वनडे टीम में नंबर पाँच पर खेलते हैं और यही उनकी फॉर्म में वापसी और सफलता का असली राज़ है। दरअसल केएल राहुल की यह पसंदीदा पोजीशन है। केएल राहुल जबसे मिडिल ऑर्डर में आए हैं उनकी भूमिका के साथ उनका खेलने का तरीका भी बदल गया है।
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हाल ही में श्रीलंका सीरीज (Sri Lanka series) में भी उन्होंने टीम को मुश्किल से निकालते हुए एक लो स्कोरिंग मुकाबला जिताया था। वह मध्यक्रम के एक शानदार बल्लेबाज बनते जा रहे हैं। उनका इस पोजीशन (नंबर 5) पर रिकॉर्ड शानदार है। 17 पारियों में राहुल ने नंबर पाँच पर खेलते हुए 56.38 की औसत से 733 रन बनाए हैं। उनका स्ट्राइक रेट (strike rate) भी करीब 100 का रहता है। जिसमें उनके सात अर्धशतक (half century) और एक शतक (century) शामिल हैं। यह रिकॉर्ड इस बात के गवाह हैं कि क्यों उन्हें नंबर 5 का हीरो कहा जाने लगा है। आपको बता दें कि एमएस धोनी (MS Dhoni) और युवराज सिंह (Yuvraj Singh) के युग के बाद टीम इंडिया को नंबर 5 का कोई ऐसा बल्लेबाज नहीं मिल पा रहा था जो जल्दी पाँच विकेट गिरने के बाद टीम को संभाल सके।
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अक्सर युवराज और धोनी ऐसा करते थे लेकिन लंबे समय से यह टीम इंडिया के लिए बड़ा डिबेट (debate) था। ऋषभ पंत (Rishabh Pant) भी वनडे (One day) में खुद को खास साबित नहीं कर पाए थे एक दो पारियाँ छोड़ दी जाएँ तो श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) नंबर 4 की भूमिका निभाते हैं। सूर्यकुमार यादव (Surya Kumar Yadav) वनडे में फ्लॉप रहे हैं तो संजू सैमसन (Sanju Samson) को मौका नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में केएल राहुल ने अब कुछ हद तक इस डिबेट को ख़त्म करते हुए टीम इंडिया की समस्या को दूर कर दिया है। रवींद्र जडेजा भी वापस आ गए हैं तो दोनों की जोड़ी आने वाले दिनों में ऐसे कई मैच जिता सकती है।