अमेरिका व इजरायल के ख़राब हो रहे रिश्तों पर आख़िरकार लग ही गई मुहर, देखिए क्या हैं अब हालात
जेरूसलम। अमेरिका (America) और इजरायल (Israel) के ख़राब हो रहे रिश्तों पर बुधवार को एक और मुहर लग गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन (Joe Biden) ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) को न्यायिक प्रणाली (judicial system) में सुधार संबंधी विवादित योजना को वापस लेने की सलाह दी थी, लेकिन नेतन्याहू ने इसे मानने से इंकार कर दिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने बायडेन को जवाब में यहां तक कह दिया कि उनका देश अपने फैसले खुद करता है, भले ही सलाह सबसे अच्छे मित्र द्वारा ही क्यों न दी गई हो।
ऑनलाइन पेमेंट करने वालों के लिए बड़ा झटका, अब 2000 से अधिक के UPI ट्रांजैक्शन पर लगेगा चार्ज…..
दोनों देशों के नेताओं के बीच सार्वजनिक रूप से इस प्रकार असहमति व्यक्त करना आम बात कतई नहीं है। इस घटना से यह भी पता चलता है कि नेतन्याहू के न्यायिक बदलावों के प्रस्ताव को लेकर इजरायल और अमेरिका के बीच मतभेद पैदा हो गए हैं। बता दें कि नेतन्याहू की न्यायिक सुधार योजना का देश में अभूतपूर्व तरीके से विरोध हुआ और लोगों के सड़कों पर उतरने के कारण घरेलू संकट की स्थिति बनने लगी, जिसके बाद नेतन्याहू ने इस योजना को स्थगित कर दिया था।
पत्रकारों (journalists) ने जब बायडेन से मंगलवार को सवाल किया कि उन्हें न्यायिक सुधार संबंधी विधेयक को लेकर क्या उम्मीद है, तो अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘मैं उम्मीद करता हूँ कि वह इसे वापस ले लें।’ बायडेन ने कहा कि नेतन्याहू की सरकार ‘इस रास्ते पर आगे बढ़ना जारी नहीं रख सकती’ और उन्होंने इस योजना को लेकर समझौता करने का आग्रह किया। नेतन्याहू ने इसके जवाब में कहा कि इजरायल एक संप्रभु देश है और वह ‘अपने फैसले अपने लोगों की इच्छा के अनुसार लेता है, न कि अन्य देशों के दबाव में, भले ही वह सबसे अच्छा मित्र ही क्यों न हो।’
शुरू होने वाला है IPL 2023, एक बार फिर मैदान में उतरेंगे CSK के कप्तान महेंद्र सिंह….