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आजाद भारत में पहली बार किसी महिला को होने जा रही फांसी… उसने ऐसा क्या किया ???
आजाद भारत के इतिहास में पहली बार किसी महिला को फांसी देने की तैयारी की जा रही है। मथुरा जेल में 150 साल पहले बने फांसीघर में यह ‘सनकी प्रेमिका’ को मरने तक फांसी पर लटकाया जाएगा। जी हाँ प्यार की खातिर अपने ही परिवार के 7 सदस्यों का कत्ल करने वाली महिला शबनम को जल्द फांसी दी जा सकती है।
शबनम आज़ाद हिंदुस्तान की पहली ऐसी महिला होगी जिसे फांसी दी जाएगी। शबनम अमरोहा की रहने वाली है।शबनम ने अप्रैल 2008 में अपने महबूब प्रेमी के साथ मिलकर 7 परिवार के 7 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।
मथुरा जेल में 150 साल पहले महिला फांसीघर बनाया गया था।आजादी के बाद से अब तक यहां किसी भी महिला को फांसी पर नहीं लटकाया गया है।वरिष्ठ जेल अधीक्षक के मुताबिक अभी फांसी की तारीख तय नहीं है, लेकिन हमने तयारी शुरू कर दी है। रस्सी के लिए ऑर्डर दे दिया गया है. डेथ वारंट जारी होते ही शबनम-सलीम को फांसी दे दी जाएगी।हालांकि सलीम को फांसी कहां दी जाएगी यह भी अभी तय नहीं है।
इनके मुकदमे की सुनवाई के बाद अमरोहा की जिला अदालत ने दोनों को फांसी की सजा सुनाई थी।जिसको हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने बरकरार रखा है।वहीं अब देश के राष्ट्रपति ने भी शबनम और सलीम की दया याचिका को खारिज कर दिया है।इस फैसले से गांव के लोगों में खुशी का माहौल है।शबनम की चाची का कहना है की उसे बीच चौराहे पर फांसी होनी चाहिए जिससे सबक मिले।