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आख़िर किसके फ़ोन की बज रही थी घंटी, जब महिला दारोगा ले रही थी अपनी आख़िरी साँसें ??
बुलंदशहर। यह सनसनीखेज़ मामला बुलंदशहर के अनूपशहर का है जहाँ एक महिला दारोगा ने बीते शुक्रवार की रात अपने कमरे में फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना के अनुसार शामली जनपद के छोटे से गाँव भैंसवाल की रहने वाली 32 वर्षीय आरज़ू पवार तकरीबन ढाई साल से अनूपशहर कोतवाली में उप निरीक्षक के पद पर कार्यरत थीं।
जानकारी के मुताबिक पता चला कि वह हर दिन खाना अपने मकान मालिक के घर पर ही खाती थीं। घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम पदम सिंह व अन्य पुलिस अधिकारी भी वहाँ मौके पर मौजूद हो गए और दरवाज़ा तोड़कर शव को पंखे से नीचे उतारा गया।
पुलिस ने मौके की छानबीन की तो मकान मालिक ने पूरी जानकारी देते हुए कहा कि मैडम हर रोज़ की तरह ही 7 बजे बताने के लिए नीचे आई थीं कि वह खाने में क्या खाना चाहती हैं और फ़िर ऊपर अपने कमरे में चली गईं। उसके कुछ ही देर के बाद उनके कमरे से लगातार फ़ोन की घंटी बजने की आवाज़ आने पर मैंने उन्हें बहुत बार बुलाया लेकिन उनकी कोई भी आवाज़ नहीं आई तो मैंने कमरे में खिड़की से झांक कर देखा कि पंखे में दुपट्टे से उनका शव लटक रहा था फ़िर मैंने फ़ौरन पुलिस को इसकी सूचना दे दी।
पुलिस ने बताया कि उन्हें मौके-ए-वारदात पर एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें मृतका ने साफ़ तौर पर यह लिखा है कि “मैं अपनी करनी के लिए स्वयं ही ज़िम्मेदार हूँ और यही मेरी करनी का फ़ल है।” हालांकि मृतका के आत्महत्या करने के पीछे का मुख्य कारण अभी भी स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस अधिकारियों ने मामले की सूचना परिवार वालों को दे दी है और जाँच पड़ताल के बाद ही किसी सुनवाई की बात कही है।