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राफेल आने के बाद पीएम ने कह दीं ये बड़ी बातें..
राफेल आने के बाद पीएम ने कह दीं ये बड़ी बातें..
Radha Singh | 29-07-2020

राफेल ने भारतीय सरजमीं पर लैंडिंग कर ली है। इसके आने से भारतीय सेना की ताकत बेशुमार हो गई है। या यूं कह सकते हैं कि चीन और पाकिस्तान की छोड़िए अब दुनिया को कोई भी देश भारत को आंख दिखाने की जुर्रत नहीं कर पाएगा। 5 राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप अंबाला एयरबेस पहुंच चुकी है. इन्हें रिसीव करने के लिए खुद वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया मौजूद रहे।
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जैसे ही राफेल विमान ने अंबाला की जमीन पर लैंड किया, उनका स्वागत वाटर सैल्यूट के साथ किया गया। राफेल आने के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली प्रतिक्रिया आई है। पीएम मोदी ने कहा है कि राष्ट्र रक्षा से बढ़कर कोई दूसरा व्रत नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर राफेल विमानों का स्वागत किया। खास बात ये है कि पीएम मोदी ने राफेल विमानों का स्वागत संस्कृत श्लोक से किया।
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पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, ” राष्ट्ररक्षासमं पुण्यं, राष्ट्ररक्षासमं व्रतम्, राष्ट्ररक्षासमं यज्ञो, दृष्टो नैव च नैव च।। नभः स्पृशं दीप्तम्…स्वागतम्”
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इसका मतलब है कि राष्ट्र रक्षा के समान कोई पुण्य नहीं, राष्ट्र रक्षा के समान कोई व्रत नहीं, राष्ट्र रक्षा के समान कोई यज्ञ नहीं. बता दें कि नभः स्पृशं दीप्तम् भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य है. ‘नभ:स्पृशं दीप्तमनेकवर्ण व्यात्ताननं दीप्तविशालनेत्रम्। दृष्ट्वा हि त्वां प्रव्यथिन्तरात्मा धृतिं न विन्दामि शमं च विष्णो।।’
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इसका मतलब है कि ‘हे विष्णो, आकाश को स्पर्श करने वाले, देदीप्यमान, अनेक वर्णों से युक्त तथा फैलाए हुए मुख और प्रकाशमान विशाल नेत्रों से युक्त आपको देखकर भयभीत अन्तःकरण वाला मैं धीरज और शांति नहीं पाता हूं। ’
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पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में जो बातें कही हैं इसका जिक्र उन्होंने एक भाषण में भी किया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र रक्षा समं पुण्यं, राष्ट्र रक्षा समं व्रतम, राष्ट्र रक्षा समं यज्ञो, दृष्टो नैव च नैव च।। जिसका मतलब है कि मैं राष्ट्र रक्षा जैसा न तो कोई पुण्य देखता हूं, ना ही राष्ट्र रक्षा जैसा कोई व्रत, ना ही राष्ट्र रक्षा जैसा कोई यज्ञ देखता हूं।