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जानिए क्यों एक दोस्त ने एक दोस्त के पूरे परिवार को मौत की नींद सुला दिया
वीर बहादुर सिंह | 02-09-2020

जब दोस्ती का नाम आता है तो तमाम किस्से कहानियां लोगों को अपने याद आने लगते है । अगर कहीं पर दोस्तों की बात हो रही हो तो हर कोई अपने किसी न किसी दोस्त की बातें वहां बताने लगता है और अपने दोस्त के साथ बिताए उन लमहों को सोच कर प्रफुल्लित हो उठता है । कुछ लोग अपने दोस्तों की मिसाल देते हैं । लेकिन कभी-कभी कुछ ऐसी घटनाएं सामने आ जाती हैं
जिन्हें देखने के बाद इंसान का दोस्ती से भरोसा उठ जाता है। यह कहानी है दगाबाज सुभाष की, जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर अपने दोस्त बबलू, उसके पिता रामवीर और मां मीरा को बड़ी ही बेरहमी से मार डाला। इसके बाद शवों को आग के हवाले कर दिया। एत्माद्दौला के नगला किशनलाल में 30 अगस्त की रात हुए इस तिहरे हत्याकांड के बाद मोहल्ले के लोगों में आरोपियों के खिलाफ आक्रोश है। # एक दोस्त ने एक दोस्त के पूरे परिवार को मौत की नींद सुला दिया
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आपको बता दें बबलू इंटरमीडिएट के साथ आईटीआई पास है तथा सुभाष बीएससी के साथ आईटीआई पास है । बबलू और सुभाष में बहुत ही घनिष्ट मित्रता थी । दोनों दोस्त मिलकर सरकारी नौकरी की तलाश में जुटे थे । दोनों में इतनी घनिष्ठ मित्रता थी कि सुभाष अक्सर बबलू के घर रुक जाता था तथा साथ में खाना भी खाता था और परिवार का हाल-चाल भी लेता था । # एक दोस्त ने एक दोस्त के पूरे परिवार को मौत की नींद सुला दिया
पैसे के लेन देन के चक्कर में हुई हत्या

आरोपी सुभाष ने रामवीर के माध्यम से ही पूर्व फौजी नर सिंह पाल को 12 लाख रुपये अपनी नौकरी लगवाने के लिए दिए थे। नर सिंह ने कहा था कि वह रेलवे में नौकरी लगवा देने की बात कही थी । सुभाष और बबलू एक साथ ही ट्रेनिंग पर गए थे लेकिन, नौकरी नहीं लग पायी । पूर्व फौजी ने सुभाष के रुपये लौटा दिए थे। मगर, रामवीर के पैसे वापस नहीं कर सका था। इस कारण रामवीर को सुभाष से रुपये उधार लेने पड़े थे। रामवीर उसे रुपये वापस नहीं कर पा रहे थे।
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सुभाष को लगा कि रामवीर की वजह से पहले वह ठगी का शिकार हो गया। अब उसके तीन लाख रुपये वापस नहीं कर रहा है । इसी खुन्नस में सुभाष ने 15 दिन पहले ही बबलू के परिवार को खत्म करने की ठान ली थी। तथा योजनाएं बनाने में जुट गया । बता दें कि घटना वाले दिन भी तीन लाख रुपयों का तगादा उसने रामवीर से किया था। लेकिन रामवीर ने पैसे लौटाने से मना कर दिया । पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने इस बात को बताया कि रामवीर की हत्या को अंजाम रकम वापस न करने की वजह से दिया ।
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आरोपियों के पकड़े जाने के बाद मोहल्ले के लोगों ने कहा कि उनका बहिष्कार किया जाएगा। जो रोजाना घर में बैठता था, उसी ने हत्याकांड को अंजाम दे दिया। ऐसे लोग समाज के लिए खतरा साबित हो सकते हैं। उनके परिवार का बहिष्कार किया जाना चाहिए। तनाव की आशंका को देखते हुए क्षेत्र में आरोपियों और पीड़ित परिवार के घरों के आसपास फोर्स तैनात की गई है। एलआईयू भी सक्रिय हो गई है। पैसे के लिए लोग क्या कुछ नहीं कर देते हैं । इसके पहले भी पैसे को लेकर कई घटनाएं हो चुकी हैं ।
न्यूज़ सोर्स : अमर उजाला
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