Developed by CLOUDi7
अब फिल्मों और वेब शोज में सेना की वर्दी या उनसे जुड़े किरदार दिखाने से पहले गृह मंत्रालय से लेना होगा पर्मिशन
अब फिल्मों और वेब शोज में सेना की वर्दी या उनसे जुड़े किरदार दिखाने से पहले गृह मंत्रालय से लेना होगा पर्मिशन

शुभेंद्र धर द्विवेदी| 01/08/2020
नई दिल्लीः भारत में आए दिन सेना के सौर्य या उनसे जुड़े किरदारों पर फिल्में बनती रहती है। लेकिन अब सेना से जुड़े किरदार या सेना की वर्दी का फिल्मों में इस्तेमाल करने से पहले गृहमंत्रालय से मंजूरी लेनी पड़ेगी।
दरअसल हालिया वेब-सीरीज में सेना और सैनिकों की इमेज को तोड़-मरोड़ कर दर्शकों के सामने पेश करने पर रक्षा मंत्रालय ने अपनी नाराज़गी जाहिर की है और इससे जुड़े नए नियम लागू कर दिए है।
इस संबंध में रक्षा मंत्रालय ने अपनी आपत्ति जाहिर करते हुए
फिल्म सेंसर बोर्ड और सूचना और प्रसारण मंत्रालय को पत्र लिखा है जिसमें साफ किया गया है कि जो भी निर्माता-निर्देशक सेना पर आधरित फिल्म, वेब-सीरिज या फिर डॉक्यूमेंट्री बनाएगा या सैनिकों से जुड़ा किरदार दिखाएगा, उसे पहले रक्षा मंत्रालय से मंजूरी लेनी होगी।
रक्षा मंत्रालय से लेना होगा “NOC”
यह भी पढ़ें;
विराट कोहली और तमन्ना भाटिया के खिलाफ मद्रास हाईकोर्ट में दर्ज हुआ केस, लगा ये बढ़ा इलज़ाम
जानकारी के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय के अंडर सेक्रेटरी, सुदर्शन कुमार ने मुंबई स्थित सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) के रीजनल-ऑफिसर को साफ तौर पर लिखा है कि किसी भी फिल्म या वेब-सीरिज को दर्शकों के सामने लाने से पहले रक्षा मंत्रालय से एनओसी यानी ‘नो ओबजेक्शन सर्टिफिकेट’ लेना होगा।
रक्षा मंत्रालय के पत्र में ये भी साफ लिखा है कि सीबीएफसी यानी सेंसर बोर्ड को इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि इस तरह की फिल्मों या वेब-सीरीज में डिफेंस फोर्सेज़ (यानी थलसेना, वायुसेना और नौसेना) की इमेज को खराब ना करें और ना ही उनकी भावनांओं को आहत करें।
बतादें कुछ दिनों पहले ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ऑल्ट-बालाजी (Alt Balaji) की वेब सीरिज ‘ट्रिपल एक्स-अनसेंसर्ड’ में और एक अन्य वेब शो ‘कोड़ एम’ में सेना से जुड़े आपत्तिजनक सीन दिखाए गए थे, जो हकीकत से कोसों दूर थे और सैनिकों सहित मिलिट्री-यूनिफार्म को अपमानजनक तरीके से पेश किया गया था।
यह भी देखें:
[…] […]
[…] […]