Developed by CLOUDi7
अमेरिका में भी लगने वाला है Tik Tok पर प्रतिबंध मिले है 45 दिन
अमेरिका में भी लगने वाला है Tik Tok पर प्रतिबंध मिले है 45 दिन
ATI DESK | 04-08-2020

बीते 29 जून को भारत में 59 चाइनीज़ ऐप पर भारत सरकार नें प्रतिबंध लगा दिया था जिसमें काफी लोकप्रिय ऐप टिक टॉक भी शामिल था । यह ख़बर सुनने के बाद कितने टिक टॉक यूजर के चेहरे पर मायूसी छा गयी थी । अब भारत के बाद अमेरिका में भी टिक टॉक प्रतिबंध का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि, इस लेकर ट्रंप प्रशासन ने थोड़ी राहत दी है। दरअसल, इस मसले पर अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump और Microsoft के सीईओ सत्य नडेला के बीच रविवार को चर्चा हुई। इसके बाद इस दिग्गज अमेरिकी टेक कंपनी ने साफ कर दिया कि वह इस एप को खरीदने के लिए बातचीत जारी रखेगी।
मुस्लिमों ने किया राममंदिर का विरोध ,न्यूयॉर्क में टाइम्स स्क्वेयर में नहीं दिखेगा राम मंदिर का 3d फ़ोटो
इस मामले से जुड़े तीन लोगों के हवाले से समाचार एजेंसी रायटर ने यह बताया कि ट्रंप ने TikTok को अधिग्रहित करने के लिए माइक्रोसाफ्ट को 45 दिन की मोहलत दी है। कंपनी ने भी 15 सितंबर तक बातचीत पूरी कर लेने की उम्मीद जताई है। ट्रंप ने कहा है कि अगर डील नहीं हुई तो 15 सितंबर से इस एप पर अमेरिका में प्रतिबंध लग जाएगा।
5 अगस्त को आयोजित राम मंदिर भूमि पूजन में 151 नदियों का जल लेकर पहुंचे जौनपुर के 2 भाई
ट्रंप ने माइक्रोसाफ्ट से TikTok में सौ फीसद हिस्सेदारी खरीदने को कहा है। यह घोषणा ऐसे समय की गई, जब ट्रंप TikTok के चीन से जुड़ाव के चलते राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर कई बार चिंता जाहिर कर चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने गत शुक्रवार को यह भी कहा था कि वह इस एप को अमेरिका में प्रतिबंधित करने वाले हैं। इस बारे में जल्द एलान किया जाएगा। हालांकि ट्रंप की इस धमकी के बाद यह खबर आई थी कि माइक्रोसाफ्ट ने TikTok के अमेरिकी ऑपरेशंस को खरीदने का इरादा छोड़ दिया है। इसके बाद ट्रंप और नडेला के बीच हुई बातचीत के बाद माइक्रोसाफ्ट का रुख बदल गया।
UPSE टॉपर की कहानी , जानिए कैसे किसान का बेटा बना टॉपर
कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह ट्रंप और नडेला के बीच चर्चा के बाद अमेरिका में TikTok को खरीदने के लिए बातचीत जारी रखने की तैयार है। उम्मीद है कि यह बातचीत 15 सिंतबर तक पूरी हो जाएगी। TikTok से उसकी अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में संचालित सेवाओं को अधिग्रहित करने का प्रयास किया जाएगा। यह एप चीन और दूसरे बाजारों में अपने सोशल मीडिया ऑपरेशंस संचालित करता रहेगा। वाशिंगटन के रेडमंड स्थित कंपनी के मुख्यालय ने बयान में कहा, “माइक्रोसाफ्ट राष्ट्रपति की चिंताओं की अहमियत को पूरी तरह समझती है। कंपनी पूरी सुरक्षा समीक्षा और अमेरिका को आर्थिक लाभ मुहैया कराने के साथ TikTok का अधिग्रहण करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
जौनपुर के सपा नेता का यह परिवार जो 4 महीने से लगातार कर रहा है कोरोना मरीजों का ईलाज
यह भी पढें :
अब फिल्मों और वेब शोज में सेना की वर्दी या उनसे जुड़े किरदार दिखाने से पहले गृह मंत्रालय से लेना होगा पर्मिशन