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ओवैसी के आने से क्या लगेगा सपा को झटका..!
अगले साल यानी साल 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन यहां चुनावी सरगर्मियां अभी से तेज हैं। इस बार के चुनाव में एआईएमआईएम भी पूरे दमखम के साथ उतरने की घोषणा कर चुकी है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी वाराणसी पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि पूर्वांचल में अपनी सियासी जमीन को तलाशने के लिए ओवैसी ने ये कदम उठाया है।
वाराणसी पहुंचते ही ओवैसी ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर सीधे हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में उन्हें 12 बार यूपी आने से रोका गया। बिहार चुनाव में मिली सफलता के बाद यूपी में गठबंधन की राजनीति को बढ़ाते हुए उन्होंने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से समझौता किया है।ऐसे में ओवैसी ने कहा कि सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर से उनकी दोस्ती है।
बता दें कि इससे पहले ओम प्रकाश राजभर और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी की मुलाकात हुई थी। सवाल यही है कि क्या बिहार गठबंधन में शामिल बसपा भी यूपी के चुनाव में एआईएमआईएम के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भागीदारी संकल्प मोर्चा का गठन हुआ है। इसमें राजभर की एसबीएसपी के अलावा यूपी के पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा की जन अधिकार पार्टी, बाबू राम पाल की राष्ट्रीय उदय पार्टी, अनिल सिंह चौहान की जनता क्रांति पार्टी और प्रेमचन्द प्रजापति की राष्ट्रीय उपेक्षित समाज पार्टी शामिल हैं। इसके साथ ओवैसी ने कहा कि हम अब राजभर के मोर्चा का हिस्सा हैं। आज मैं उनसे मिला हूं, हम उनके साथ जाएंगे। ‘भागीदारी संकल्प मोर्चा’ का गठन पहले ही किया गया था, हम उनके साथ रहेंगे। वहीं, उन्होंने कहा कि राजभर की पार्टी ने हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम उम्मीदवारों की जीत में भूमिका निभाई थी।